Taliban News : अफगानिस्तान में जिसका डर था, आखिर वही हुआ. तालिबान ने राजधानी काबुल को भी कब्जे में ले लिया. इस संबंध में अल-जजीरा न्यूज नेटवर्क पर वीडियो फुटेज प्रसारित किया गया है जिसके अनुसार यहां अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर तालिबान लड़ाकों का कब्जा हो गया है. इन सबके बीच तालिबान नेता मुल्ला बरादर का बड़ा बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा है कि देश में मौजूद सभी लोगों के जान-माल की रक्षा करने का काम हम करेंगे. अगले कुछ दिनों में सब नियंत्रित कर लिया जाएगा.
आगे तालिबान नेता ने कहा कि हमने सोचा नहीं था कि इतनी आसान और इतनी जल्दी हमे जीत दर्ज कर लेंगे. अगले कुछ दिनों में सभी चीजें सामान्य करने का हमारा प्रयास रहेगा. कुछ वीडियो जारी हुआ है जिसमें तालिबान के नेता राष्ट्रपति भवन में बैठकर चैनलों को इंटरव्यू देते नजर आ रहे हैं. उनका दावा है कि राष्ट्रपति गनी 50 लाख डॉलर कैश ले जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन ये पैसा राष्ट्रपति महल के हेलीपैड पर ही रह गया. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो, देर रात काबुल में कुछ धमाकों की आवाजें भी लोगों के कानों तक पहुंची. इधर काबुल एयरपोर्ट से कॉमर्शियल उड़ानों पर रोक लगा दी गई है.
क्या है वीडियो में : अल-जजीरा न्यूज नेटवर्क पर प्रसारित वीडियो फुटेज में तालिबान लड़ाकों का एक बड़ा समूह राजधानी काबुल में स्थित राष्ट्रपति भवन के भीतर नजर आ रहा है. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर अपने कब्जे की घोषणा राष्ट्रपति भवन से करने और देश को फिर से ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ का नाम देने की उम्मीद है. बीस साल की लंबी लड़ाई के बाद अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से निकलने के कुछ ही दिनों के भीतर लगभग पूरे देश पर फिर से तालिबान का कब्जा हो गया है.
आपात बैठक : इधर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) एस्टोनिया और नॉर्वे के अनुरोध पर अफगानिस्तान की स्थिति पर सोमवार को आपात बैठक करेगी. परिषद के राजनयिकों ने रविवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस परिषद के सदस्यों को राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद के ताजा हालात से अवगत कराएंगे. यहां चर्चा कर दें कि रविवार सुबह काबुल पर तालिबान लड़ाकों की दस्तक के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया. वहीं देशवासी और विदेशी भी युद्धग्रस्त देश से निकलने को प्रयासरत हैं, हालांकि काबुल हवाईअड्डे से वाणिज्यिक उड़ानें बंद होने के कारण लोगों की इन कोशिशों को झटका लगा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के अनुसार, अमेरिका काबुल स्थित अपने दूतावास से शेष कर्मचारियों को व्यवस्थित तरीके से बाहर निकाल रहा है. हालांकि, उन्होंने जल्दीबाजी में अमेरिका के वहां से निकलने के आरोपों को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह वियतनाम की पुनरावृत्ति नहीं है.
ब्लिंकन ने कहा : एबीसी चैनल के ‘द वीक’ पर रविवार को ब्लिंकन ने कहा कि हमारे लोग परिसर को छोड़ रहे हैं और हवाईअड्डा जा रहे हैं. उन्होंने इसकी पुष्टि भी की कि अमेरिकी दूतावास के कर्मचारी परिसर खाली करने से पहले दस्तावेज और अन्य सामग्री को नष्ट कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह बहुत सोच-समझकर और सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है. यह सबकुछ अमेरिकी बलों की उपस्थिति में हो रहा है, जो वहां हमारी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं. काबुल स्थिति अमेरिकी दूतावास खाली करने के क्रम में रविवार को परिसर से सैन्य हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भरते रहे.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar
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