अमेरिका से फैल रहा Covid XBB.1.5 है जानलेवा, फैलने में दूसरे Variant से ज्यादा घातक : Report

दुनियाभर में कोरोना वायरस एक बार फिर से काफी तेजी से फैल रहा है. टॉप यूएस साइंटिस्ट की अगर माने तो कोविड का यह नया वेरिएंट काफी तेजी से फैलने वाला है. कोविड के इस नये वेरिएंट को XBB.1.5 वेरिएंट के नाम से जाना जा रहा है.

By Vyshnav Chandran | January 3, 2023 7:15 PM
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Covid XBB.1.5 Variant: साल 2019 से ही दुनिया में कोरोना ने कदम जमाने शुरू कर दिया है. इस वाइरस की वजह से न जाने कितने लोगों ने अपनी जान गंवाई. कोरोना वायरस इतनी तेजी से बढ़ने लगा कि बाद में इसे महामारी का दर्जा देना पड़ा. बीच में यह वायरस कुछ समय के लिए शांत हुआ था और इसके मामले में भी कमी दर्ज की गयी थी. लेकिन, हाल ही में इस वायरस का नया वेरिएंट सामने आया है. इस वेरिएंट को XBB.1.5 के कोड नाम से जाना जा रहा है. यह वैरिएंट अपने पुराने वेरिएंट्स से कितनी अलग है और इसकी क्या खूबियां है इसके बारे में यूएस के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने भी अपना बयान दिया है.

टॉप यूएस साइंटिस्ट के कही यह बात

कोविड का नया XBB.1.5 वेरिएंट दुनियाभर में काफी तेजी से फ़ैल रहा है. इस बात की जानकारी अमेरिका के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने दी. एपिडिमिऑलोजिस्ट विज्ञानी और स्वास्थ्य अर्थशास्त्री एरिक फेगल-डिंग ने कहा कि अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी- रोग नियंत्रण और रोकथाम सेंटर (सीडीसी) ने देश में अस्पताल में भर्ती होने की उच्च दर के लिए जिम्मेदार होने के बावजूद नए वेरिएंट के खतरों को अनदेखा करना जारी रखा. एरिक फेगल-डिंग ने आगे बताते हुए यह भी कहा कि कोरोनावायरस के XBB.1.5 वेरिएंट की जड़ें अमेरिका के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं, लेकिन सीडीसी ने ‘कायर’ रूप से इसे स्वीकार करने से मना कर दिया है. आगे बताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना का यह नया वेरिएंट एक सुपर वेरिएंट है क्योंकि, यह आजतक के सबसे अधिक इम्युनिटी-इवेसिव एस्केप वैरिएंट में से एक है. पुराने XBB या BQ की तुलना में यह वायरस काफी तेजी से फैलता है, और जहां भी प्रभावी हो अस्पताल में भर्ती होने का कारण भी बनता है.

चीन ने लगायी फटकार

चीन ने आज अपने विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों पर लगभग एक दर्जन देशों द्वारा ताजा कोविड टेस्टिंग जरूरतों की निंदा की है और इससे जुड़ी चेतावनी भी दी है. चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा है कि हम प्रतिक्रिया में जवाबी कार्रवाई भी कर सकते है. बता दें संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और जापान जैसे कई देशों में अब चीन से आने वाले यात्रियों को आगमन से पहले एक नेगेटिव कोविड टेस्टिंग दिखाने की जरुरत होती है, इन टेस्टिंग्स को आवश्यक बताया जा रहा है क्योंकि अगर टेस्टिंग न की जाये तो देश में कोरोना के मामलों में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक बयान में यह भी कहा कि कई देशों ने सिर्फ चीन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए ही प्रतिबन्ध लागू किये हैं.

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