अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति
मंगलवार को व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कैरोलिन लेवित ने अपने बयान में कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप का फैसला अर्थव्यवस्था और देश हित में है. नई टैरिफ दरों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी. वहीं अमेरिका की नई टैरिफ पॉलिसी से दुनिया के कई देश प्रभावित हो सकते हैं. अमेरिका के इस फैसले से यूरोपीय संघ, चीन, भारत, कनाडा, जापान, मेक्सिको जैसे देश प्रभावित हो सकते हैं.
अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ से बढ़ी है चिंता- फियो अध्यक्ष
भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के अध्यक्ष एससी रल्हन ने बुधवार को कहा कि भारतीय निर्यातक समुदाय अमेरिका के संभावित रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर बहुत चिंतित है. इससे अमेरिका को किए जाने वाले सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों के निर्यात को गंभीर चोट पहुंच सकती है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी टैरिफ निश्चित रूप से अमेरिकी बाजार में भारतीय माल की मांग को प्रभावित करेगी. कृषि, कीमती पत्थर, रसायन, फार्मा, मेडिकल उपकरण, इलेक्ट्रिकल और मशीनरी समेत कई और क्षेत्रों के उत्पाद अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित हो सकते हैं.
अमेरिकी टैरिफ घोषणाओं पर नजर रखने के लिए बनाया गया नियंत्रण कक्ष!
न्यू एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत सहित प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के खिलाफ रेसिप्रोकल टैरिफ की होने वाली घोषणाओं की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यह नियंत्रण कक्ष भारतीय समयानुसार रात 1.30 बजे शुरू होगा. उन्होंने बताया कि वाणिज्य और उद्योग सहित मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी घोषणाओं पर कड़ी नजर रखने के लिए नियंत्रण कक्ष में मौजूद रहेंगे.