अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान के नतीजे आने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि राजनीति और देश के लिए यह एक बेहद अच्छा परिणाम है.’ उन्होंने कहा कि बस इसलिए मुझे लगता है कि यह एक बेहतर, निर्णायक परिणाम है, जिसका मतलब है कि एक सरकार के तौर पर हम आगे भी काम करना जारी रख सकते हैं और उन चीजों पर अधिक ध्यान दे सकते हैं, जो वाकई लोगों के लिए मायने रखती है. मुझे अपने संसदीय सहयोगियों से 2019 की तुलना में कहीं अधिक बड़ा जनादेश मिला है.’
जीत के लिए 180 मतों की जरूरत
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को ‘टोरी’ के 359 संसदीय दल के सदस्यों में से जीत के लिए 180 मत चाहिए थे. 1922 समिति द्वारा प्राप्त अविश्वास संबंधी पत्रों के प्रभारी सर ग्राहम ब्रैडी ने पहले बताया था कि ‘टोरी’ संसदीय दल के 54 सांसदों (15 फीसदी) ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की मांग की है. कंजरवेटिव पार्टी के मौजूदा नियमों के तहत, अब जॉनसन कम से कम एक साल तक इस तरह के किसी अन्य अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करेंगे.
क्या है मामला
बता दें कि कि डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री आवास) में जून 2020 में आयोजित एक जन्मदिन पार्टी में कोविड-19 लॉकडाउन संबंधी नियमों के उल्लंघन के आरोप को लेकर 40 से अधिक सांसदों ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग की थी. मामला लंबे समय से चर्चा में बना हुआ है और टॉप सिविल सेवक सू ग्रे के नेतृत्व में की गई जांच की विफलताओं को लेकर भी कई सवाल उठाए गए हैं.
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पीएम जॉनसन और उनकी पत्नी पर लग चुका है जुर्माना
स्कॉटलैंड यार्ड जांच के बाद जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए 2020-2021 के लॉकडाउन के दौरान सरकारी कार्यालयों के भीतर दलों ने नियमों का उल्लंघन किया. जॉनसन और उनकी पत्नी कैरी पर जून 2020 में डाउनिंग स्ट्रीट के कैबिनेट रूम में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन कर जन्मदिन की पार्टी आयोजित करने के आरोप में जुर्माना भी लगाया गया था.