Weather Bomb: आ रहा भीषण तूफान, मचेगी तबाही! भारी बारिश, तेज हवाओं के साथ उठेंगी ऊंची लहरें

Weather Bomb: न्यू साउथ वेल्स के तट के पास एक भीषण तूफान विकसित हो रहा है, जो तीन वर्षों में पूर्वी तट पर आने वाला पहला बड़ा तूफान ‘‘ईस्ट कोस्ट लो’’ हो सकता है. मौसम विभाग के अनुसार तट के करीब पहुंचने से पहले आज और तेज हो सकती है जिससे भारी बारिश, तेज हवाएं और ऊंची लहरें उठने की संभावना है.

By ArbindKumar Mishra | July 1, 2025 7:49 PM
an image

Weather Bomb: मौसम विभाग के अनुसार तूफान इस समय कॉफ्स हार्बर के दक्षिण में समुद्र में सक्रिय है. यह वही इलाका है जहां पिछले महीने भयावह बाढ़ आई थी. तूफान के मद्देनजर निचले इलाकों और तटीय क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने और तैयारी करने की सलाह दी गई है.

क्या होता है ईस्ट कोस्ट लो?

ईस्ट कोस्ट लो आमतौर पर सर्दियों में आने वाली तीव्र तूफानी प्रणालियां होती हैं, जो दक्षिणी क्वींसलैंड से तस्मानिया तक किसी भी तटवर्ती क्षेत्र को प्रभावित कर सकती हैं. हालांकि, इस बार स्थिति इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि समुद्र का तापमान अधिक है. जैसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात समुद्र की गर्मी से ताकत हासिल करते हैं, वैसे ही ‘ईस्ट कोस्ट लो’ भी गर्म पानी के कारण तेती से शक्तिशाली बन सकते हैं. यह तूफान इतनी तेजी से तीव्र हुआ है कि विशेषज्ञ इसे ‘वेदर बम’ कह रहे हैं. अगर यह प्रणाली अनुमान के अनुसार विकसित होती है, तो इससे घरों, पेड़ों और समुद्र तटों को नुकसान पहुंच सकता है, खासकर उन इलाकों में जो तूफान के दक्षिणी हिस्से की चपेट में होंगे.

तूफान कितना भयावह होगा?

तूफान कितना भयंकर होगा, यह कहना जल्दबाजी होगा. इसका प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि यह कितना तीव्र होता है. पूर्ववर्ती ‘ईस्ट कोस्ट लो’ तूफानों से व्यापारिक प्रतिष्ठानों में जलभराव, यातायात और विद्युत आपूर्ति में व्यवधान जैसे गंभीर प्रभाव देखे गए हैं.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने मंगलवार से तेज हवाओं और मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. सप्ताह भर खतरनाक समुद्री परिस्थितियों की चेतावनी दी गई है. न्यू साउथ वेल्स के तट पर समुद्री सतह का तापमान सामान्य से 1 से 2.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जो इस तूफान के लिए ईंधन का काम करेगा. यानी यह तूफान को और अधिक प्रचंड बनाएगा.

एक और प्रतिकूल मौसम की चेतावनी

पिछले छह महीने ऑस्ट्रेलिया में प्रतिकूल मौसम से भरे रहे हैं. फरवरी में उत्तर क्वींसलैंड में बाढ़, उसके बाद साइक्लोन अल्फ्रेड, और फिर पश्चिमी क्वींसलैंड में भारी वर्षा और मवेशियों का नुकसान- इन सबके बीच दक्षिणी क्षेत्रों के किसान सूखे से जूझ रहे हैं.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version