Women Paraded Naked: सीरिया में गुरुवार को भयानक हिंसा के दौरान 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इस संघर्ष में सुरक्षा बलों और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थकों के बीच भीषण झड़पें हुईं. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसा की शुरुआत उन बंदूकधारियों द्वारा की गई जो वर्तमान सरकार का समर्थन कर रहे थे. उन्होंने बदले की भावना से पूर्व राष्ट्रपति असद के वफादार अलावित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर हमला किया.
संघर्ष के दौरान हालात इतने बिगड़ गए कि कई इलाकों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ. हालांकि, अब स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में है और सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों पर फिर से अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने तटीय क्षेत्र की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया है, क्योंकि यही क्षेत्र हिंसा का केंद्र बना था.
सीरियाई मानवाधिकार वेधशाला के अनुसार, इस हिंसा में कुल 745 नागरिक मारे गए हैं. इनमें से अधिकांश को नजदीक से गोलियों का निशाना बनाया गया था. इसके अलावा, 125 सरकारी सुरक्षा बलों के जवान और बशर अल-असद से जुड़े सशस्त्र समूहों के 148 उग्रवादी भी मारे गए हैं.
BREAKING: 2 days of clashes and revenge killings in Syria leave more than 1,000 people dead https://t.co/AX1ttn0RoA
— The Associated Press (@AP) March 8, 2025
इस हिंसा में विशेष रूप से अलावित समुदाय को निशाना बनाया गया है. बशर अल-असद के शासन के दौरान अलावित समुदाय को सेना और प्रशासन में महत्वपूर्ण स्थान मिला था. लेकिन तीन महीने पहले नई सरकार के गठन के बाद से ही इस समुदाय को लगातार प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है. इस हमले के तहत कई अलावित बहुल इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति रोक दी गई, जिससे वहां रह रहे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गईं.
ब्रिटेन स्थित सीरियाई मानवाधिकार वेधशाला के अनुसार, अलावित बहुल गांवों में घरों को लूटा गया और उनमें आग लगा दी गई. क्षेत्र के लोगों ने बताया कि हमलावरों ने नागरिकों को उनके घरों से निकालकर उन पर हमला किया. कई घर पूरी तरह जलकर खाक हो गए.
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लेबनान के राजनेता हैदर नासिर ने इस घटना पर चिंता जताई है. वे लेबनान की संसद में अलावित समुदाय के लिए आरक्षित सीटों में से एक का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कहा कि इस भयावह हिंसा के कारण कई लोग अपनी जान बचाने के लिए सीरिया छोड़कर लेबनान भाग रहे हैं. इस हिंसा में महिलाओं को भी निशाना बनाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई महिलाओं को निर्वस्त्र करके सड़कों पर घुमाया गया और फिर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई. इस भयावह घटना के बाद तनाव और भड़क गया.
सीरिया के बानियास शहर में स्थिति सबसे ज्यादा भयावह रही. वहां सड़कों पर लाशें बिछी हुई थीं और इमारतों की छतों पर शव देखे गए. हमलावरों ने नागरिकों को अपने परिजनों के शवों को दफनाने तक नहीं दिया. एक स्थानीय निवासी ने बताया, “यह बहुत भयानक था. लोग अपने घर छोड़कर जान बचाने के लिए भाग रहे थे. बंदूकधारी बिना किसी कारण के गोलियां चला रहे थे और घरों और वाहनों में आग लगा दी गई थी.”
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