बेतिया. महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने पक्की फुलवारी मुहल्ले में वर्षों से जल की समस्या बनी रहने को लेकर सोमवार को सिटी मैनेजर और अभियंता के साथ स्थल निरीक्षण किया. समस्या का देर तक अवलोकन के बाद साथ के अधिकारियों यथा सिटी मैनेजर अभिषेक कुमार और कनीय अभियंता सुजय सुमन को महापौर ने कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. उन्होंने बताया कि बेतिया राज की भूमि और नालों पर बेतहाशा अतिक्रमण से मुख्य नाले की जल निकासी व्यवस्था बुरी तरह से बाधित है. श्रीमती सिकारिया ने बताया कि मुख्य नाले के दोनों किनारे की सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराए बिना पूरे पक्की फुलवारी मुहल्ले को जल जमाव से बचाना मुश्किल है. महापौर ने बताया कि पक्की फुलवारी मुहल्ले में मुख्य नाले तक का अतिक्रमण के कारण नाले में जमी तल की शिल्ट और गाद तक को वर्षों से तल से नहीं निकाली जा पा रही है. महापौर ने मौके पर मौजूद महिला पुरुषों से कहा कि आप लोगों ने सरकारी मुख्य नाले के ऊपर शौचालय बना लिया है. अगर नालों पर से अतिक्रमण हटाने के साथ जल निकासी व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की गई तो आगामी बरसात में जल जमाव होने से पूरी बस्ती को बचाना मुश्किल होगी. उन्होंने त्वरित कार्रवाई का आदेश देते हुए लोगों से भी कहा कि आप जब खुद ही नगर निगम प्रशासन की समस्या बढ़ाएंगे तो हम लोग आप सबके लिए जन सुविधाओं का विस्तार कैसे कर पाएंगे. पक्की फुलवारी के नालों और उसके फ्लैंक के अतिक्रमण होने के कारण नालो में वर्षों से जमी 4 फीट से ज्यादा शील्ट की हो रही मैन्युअल सफाई काफी कठिन हो गई है. महापौर ने बताया कि जब तक मुख्य नालों और उसके फ्लैंक को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जाएगा, तब तक पोकलेन और जेसीबी जैसी मशीने नालों की तल से सफाई नहीं कर पाएंगी, इतनी लंबी दूरी में सिर्फ मैन्युअल लेबर के सहारे सफाई करना असंभव है.
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