बेतिया. अपर जिला सत्र न्यायाधीश सह पोक्सो अधिनियम के विशेष न्यायाधीश जावेद आलम ने न्यायालय में दायर परिवाद से जुड़ी एक पीड़िता की दिल्ली में हुई संदिग्ध मौत को गंभीरता से लिया है. न्यायाधीश ने इस बाबत एक पत्र बेतिया, प. चंपारण पुलिस अधीक्षक को लिखा है. विधिवत लिखे गए पत्र मैं न्यायाधीश ने पुलिस अधीक्षक को पीड़िता की हुई मौत मामले में प्राथमिक दर्ज कर मामले की जांच डीएसपी स्तर के अधिकारी से कराए जाने का निर्देश दिया है. गुरुवार को लिखे गए पत्र में न्यायाधीश ने कहा है कि मृतक गौनाहा थाना क्षेत्र से जुड़ी हुई है. लड़की का अपहरण होना, पोक्सो न्यायालय में परिवार दायर होना, लड़की का दिल्ली जाना और वहां संदिग्ध परिस्थिति में उसकी मौत काफी गंभीर मामला प्रतीत होता है, उसकी मृत्यु क्यों और किन परिस्थितियों में हुई है. इसकी सच्चाई न्यायालय के समक्ष आना जरूरी है. लिखे गए पत्र में न्यायाधीश ने स्पष्ट किया है कि एक परिवाद उनके न्यायालय में पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत दायर किया गया था. गहन अवलोकन के बाद यह स्पष्ट हुआ था कि इस केस कि पीड़िता पश्चिम चंपारण अंतर्गत गौनाहा थाना के एक पंचायत से जुड़े हुए हैं. परिवाद मृतक के अपहरण से शुरू हुआ है. न्यायालय ने मामले को लेकर संबंधित थाना में प्राथमिक दर्ज करने तथा अनुसंधान करने का निर्देश दिया है. न्यायाधीश ने पुलिस अधीक्षक से इस मामले का अनुसंधान उप पुलिस अधीक्षक द्वारा कराया जाने का अनुरोध किया है.
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