–शिविर का उद्घाटन के बाद बोलीं महापौर 40 साल या अधिक के हर महिला पुरुष के लिए प्रत्येक साल आंखों की जांच जरूरी –नवजात बच्चों के लिए 6 महीने, 3 साल और छठे साल में नेत्र जांच करा लेने की डॉक्टर देते हैं सलाह –आंखों की नियमित जांच से ही देखने की क्षमता और आंखों को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखना संभव बेतिया . महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने रविवार को अपने गृह वार्ड 17 के नगर पार्षद व पति तथा जिला के व्यवसायी रोहित कुमार सिकारिया के साथ नगर के ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला परिसर में निःशुल्क नेत्र जांच और चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया. शिविर का आयोजन छपरा के मस्तीचक में अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल द्वारा संचालित राष्ट्रीय स्तर के नेत्र चिकित्सालय की एक्सपर्ट टीम के सौजन्य से किया गया. इस मौके पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि चाहे हमारी उम्र कोई भी क्यों न हो आंखों की जांच सबके लिए जरूरी है. नियमित नेत्र जांच से हम अपनी दृष्टि और आंखों के स्वास्थ्य की निगरानी कर सकते हैं और रोग का शीघ्र पता लगा सकते हैं. महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि आंखों की नियमित जांच से आंखों के विभिन्न रोगों जैसे कि मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और रेटीना जनित अन्यान्य रोगों का भी पता लगाया जा सकता है. चिकित्सा परामर्श के हवाले से उन्होंने बताया कि नेत्र जांच से समस्याओं का शीघ्र पता लग जाने से ही नेत्र रोग का समय पर उपचार संभव हो पाता है. जिससे आंखों की रोशनी जाने को पहले ही रोका जा सकता है. वही नगर पार्षद और समाजसेवी रोहित कुमार सिकारिया ने कहा कि आंखों के नियमित नेत्र जांच से आंखों के स्वास्थ्य की निगरानी की जा सकती है और समस्या के आधार पर रोग का पता लगा कर पहले ही उसका इलाज किया जा सकता है. महापौर और उनके पति की निजी व्यवस्था से आयोजित निःशुल्क में 1353 महिला पुरुषों की जांच की गई. इन सबको जरूरी परामर्श और निःशुल्क दवाएं व चश्मे मुहैया कराई गई. वही 379 नेत्र रोगियों का चयन निःशुल्क ऑपरेशन के लिए किया गया.
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