बेतिया. जिले में यूरिया के लिये मची हाहाकार के बीच गुरुवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के निर्देश पर वरीय अधिकारियों ने उर्वरक एवं कीटनाशक दुकानों की जांच की. इस दौरान अधिकारियों के आने की भनक मिलते ही कई दुकानों के शटर गिरकर दुकानदार गायब हो गए. इस दौरान बेतिया के अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार ने शहर के चर्चित कीटनाशक दुकान गुप्ता दुकान एवं गनौली पैक्स की जांच की. वहीं बगहा में एसडीएम गौरव कुमार द्वारा बगहा दो अंतर्गत भड़छी पंचायत में खाद एवं यूरिया दुकानों की जांच की गई. राय खाद भंडार के संचालक जयनारायण राय से मशीन व भंडार पंजी वितरण पंजी की मांग की गई. वितरण पंजी सही संधारण नही था एवं मशीन में यूरिया की स्टाक शून्य पाया गया तथा भौतिक सत्यापन गोदाम में लगभग 85 बोरा यूरिया पाया गया. दुकान के बाहर ग्राहकों /किसानों की भीड़ लगी थी. पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि तीन तीन दिन से लाइन में लगे हैं, परंतु अभी तक यूरिया नहीं प्राप्त हुआ है. इधर पूरे छपमारी अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे जिलाधिकारी को दूरभाष पर एसडीएम ने अनियमितता की जानकारी दी. वैसे ही डीएम ने संबंधित दुकानदार पर विधिसम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया. दूसरी ओर डीएम के निर्देश पर नरकटियागंज एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता ने कई उर्वरक दुकानों का निरीक्षण किया. इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी ने मलदहिया चौक पर अनमोल खाद एवं मलदहिया पैक्स का निरीक्षण किया. इसके पश्चात अधिकारी ने कुकुरा पैक्स में उर्वरक के वितरण व भंडारण की गहनता से जांच की. जांच के दौरान उर्वरक की भंडारण पंजी व वितरण पंजी का जांच किया गया. इस दौरान खाद विक्रेता को सरकार द्वारा निर्धारित दर 266.50 रुपये पर ही यूरिया की बिक्री करने का निर्देश दिया. वही दूसरी तरफ किसानों से मिले शिकायत के आलोक में नगर के मुस्तफा राइस मिल परिसर में स्थित उर्मिज्यो एग्रिकेयर दुकान की जांच करने पहुंचे. हालांकि दुकान बंद मिला. जिसके बाद अधिकारी ने आवश्यक कार्रवाई की बात कही. बता दे कि जिले में उर्वरक के परिचालन, वितरण और भंडारण पर प्रशासन की कड़ी नजर है. निर्धारित मात्रा में उर्वरक की खपत सुनिश्चित करने को लेकर लगातार टीम गठित कर निरीक्षण किया जा रहा है. डीएम के कड़े रुख से अब इतना तो स्पष्ट हो गया कि जिले के उर्वरक माफियाओं की अब खैर नहीं. गौरतलब है कि उर्वरक को ले डीएम लगातार थोक एवं खुदरा विक्रेताओं तथा अधिकारियों को निर्देश देते रहे की उर्वरक कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. लेकिन उनके पास लगातार किसान शिकायत करते रहे. अंततः डीएम श्री कुमार ने एक आदेश निर्गत कर विशेष टीम का गठन कर छापेमारी कराई. इस रेड को ले जिले के उर्वरक माफियाओं के कलेजे हाथ पर आ गए हैं, वहीं किसानों में खुशी है.
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