मैनाटांड़ . वैदिक मंत्रोच्चारण एवं देवी के जयघोष के साथ ही रविवार से चैत्र नवरात्र श्रद्धा-भक्ति से शुरू हुई. प्रखंड मुख्यालय, पिड़ारी, इनरवा, मर्जदवा, बिरंची, रामपुर, बेलवाडी माई स्थान, भंटाटाड़, पुरुषोत्तमपुर आदि जगहों पर मां भगवती की पूजा अर्चना शुरू हुई. माता दुर्गा के प्रथम शैलपुत्री की पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. भक्तगण हाथों में धूप, अगरबत्ती, फल, अक्षत, चंदन, नारियल, चुनरी, फल आदि पूजा सामग्री लेकर मां के दरबार में पहुंच गये. अपने मनोकामना की पूर्ति के लिए मां के चरणों में माथा टेका. इस अवसर पर पुरोहित राजेश पांडेय और आचार्य सुनील मिश्रा ने कहा कि नवरात्रि की पूजा श्रद्धा पूर्वक आराधना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होकर सुख शांति प्रदान करती हैं. उन्होंने कहा कि जहां नारियों की पूजा होती है. वहां देवता निवास करते हैं. दुर्गा पूजा विशुद्ध रूप से नारी सम्मान का प्रतीक है. जय माता दी के उद्घोष हमारी महान संस्कृति को दर्शाता है. उधर मां भगवती के कर्णप्रिय गानों से सारा माहौल भक्तिमय हो गया है.
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