नरकटियागंज . अनुमंडल अस्पताल में गुरुवार को प्रसव के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई, जिसके बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. आक्रोशित परिजनों ने लेबर वार्ड में तोड़फोड़ किया. जीएनएम वार्ड को काफी क्षति पहुंचाई. मृतका की पहचान रोआरी गांव निवासी अजहर राय की पत्नी नगमा खातून (22) के रूप में हुई है. घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ शुरू कर दी. जीएनएम ड्यूटी कक्ष, प्रसव वार्ड में तोड़फोड़ की गई. कुर्सियां, शीशे के दरवाजे और चिकित्सा उपकरणों को भारी क्षति पहुंचाई गई. स्थिति बिगड़ते देख ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. अबरार आलम और तीनों जीएनएम फरार हो गए. महिला चिकित्सक डॉ. गजाला परवीन ड्यूटी से गायब रहीं. हंगामे की सूचना पर शिकारपुर थानाध्यक्ष ज्वाला सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशितों को समझा-बुझाकर शांत कराया. परिजनों का आरोप है कि प्रसव के दौरान नगमा खातून को अत्यधिक दर्द हो रहा था और स्थिति गंभीर थी. परिजनों ने ड्यूटी पर मौजूद जीएनएम से प्रसूता को रेफर करने की गुहार लगाई, लेकिन उनकी एक न सुनी गई. चिकित्सकों ने जबरन प्रसव कराया, जिससे नगमा की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गोविंद चंद्र शुक्ला मौके पर पहुंचे और इमरजेंसी वार्ड को संभाला. उन्होंने बताया कि उनकी ड्यूटी दोपहर दो बजे से थी. इस घटना से महिला चिकित्सक के गायब रहने और जीएनएम की लापरवाही अस्पताल पर सवाल खड़े हो गए हैं. मृतका के परिजन दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. प्रसूता को लेकर परिजन सुबह अस्पताल आए थे. इलाज के बाद फिर घर लेकर चले गए. दोबारा अस्पताल आए उनकी इलाज की जा रही थी. इसी बीच जच्चा बच्चा अचानक तबियत बिगड़ने लगी. चिकित्सा पदाधिकारी डा. अबरार ने जांच कर त्वरित रेफर कर दिया था. तभी महिला की मौत हो गयी. इस मामले में जांच करायी जा रही है. दोषी चिकित्सा कर्मियों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि अस्पताल में तोड़ फोड़ करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल में भारी क्षति पहुंची है. डाॅ संजीव कुमार उपाधीक्षक
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