बक्सर. माखन चोरी का रहस्य यह है कि माखन कोमल, स्वच्छ और निर्मल होता है. भगवान को निर्मलता, स्वच्छता प्रिय है. भगवान श्रीकृष्ण को मिट्टी खाने का रहस्य है कि पृथ्वी क्षमाशील है. उक्त बातें सती घाट स्थित लाला बाबा आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत सप्ताह यज्ञ के दौरान आचार्य धर्मेंद्र जी महाराज ने कहीं. उन्होंने कहा कि भगवान के अन्दर ब्रह्मांड है. इसके अंदर रहने वाले भक्तों को ब्रजरस, ब्रज के भक्तों के चरण धूलि का पान करा रहे है. नलकूबर और मणिग्रीव उद्धार की कथा कहते हुए कहा कि बच्चों की परवरिश ठीक से नहीं हुई, तो वो उदंड, संस्कारहीन हो जायेंगे. जरूरत से ज्यादा धन गलत है. धन का अहंकार बड़ा ही बेकार होता है. कलियां दह में रह रहे नाग का मानमर्दन करने का मतलब है भगवान के सामने किसी का अहंकार नहीं चलता है. उन्होंने विभिन्न जलाशयों को प्रदूषण मुक्त करने को लेकर अपील की. श्रीकृष्ण द्वारा गाय चराने का संदेश यह है कि भारत कृषि प्रधान देश है. कृषि का आधार गाय है. गाय बचेगी, तभी मानवता और भारतीयता बचेगी. इस दौरान आश्रम के परिसर में पलास के पौधे लगाये गये. मौके पर महंथ सुरेंद्र बाबा, रमेश पांडेय, नित्यानंद ओझा, सुमन रामानुज वैष्णव दास समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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