काले रंग की थार से निकले थे अर्जुन यादव
मृतक अर्जुन यादव, स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह के पुत्र थे और चौसा गोला पर स्थित अपने घर से काम के सिलसिले में पावर प्लांट की ओर जा रहे थे. बताया गया है कि वे काले रंग की थार जीप से निकले थे. दोपहर करीब 12 बजे जैसे ही वह पावर प्लांट के मुख्य द्वार के समीप पहुंचे, पहले से घात लगाए तीन अपराधी एक दुकान के पास बाइक से रुके और अर्जुन यादव पर ताबड़तोड़ तीन गोलियां दाग दीं.
इलाज के दौरान हो गई मौत
घटना इतनी तेजी से घटी कि लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही हमलावर बाइक से फरार हो गए. स्थानीय लोगों की मदद से अर्जुन यादव को तुरंत इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में उन्हें वाराणसी रेफर किया गया. लेकिन डॉक्टरों की कोशिश नाकाम रही और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने शुरू की मामले की छानबीन
हत्या की यह वारदात इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर गई है. पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य खुद घटनास्थल पर पहुंचे और पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अर्जुन यादव न केवल राजद से जुड़े सक्रिय नेता थे, बल्कि पावर प्लांट की पाइपलाइन परियोजना में संवेदक के रूप में भी कार्यरत थे. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है, लेकिन जिले में बढ़ते अपराध ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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