डुमरांव . दानापुर रेल मंडल के अंतर्गत टूडीगंज रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन काफी संख्या में यात्री अपने-अपने गंतव्य के लिए यात्रा करते हैं. कोई रोजमर्रा की नौकरी के लिए, तो कोई किसी खास मौके पर अपनों से मिलने के लिए यहां ट्रेन पकड़ने आता है. लेकिन स्टेशन का नजारा इस उम्मीद पर भारी पड़ता है. खासकर डाउन प्लेटफार्म की स्थिति, जहां एक मात्र शौचालय यात्रियों के लिए राहत का नहीं, बल्कि परेशानी और असहजता का कारण बना हुआ है. डाउन प्लेटफॉर्म पर बना शौचालय दूर से देखने पर शायद एक जरूरी सुविधा जैसा लगे, लेकिन जैसे ही यात्री उसके पास पहुंचते हैं, हकीकत कुछ और ही बयां करती है. न दरवाज़ा, न पानी, और न ही नियमित सफाई. यह शौचालय जैसे अपनी उपेक्षा की कहानी खुद सुना रहा हो. बिना दरवाजे के यह शौचालय न सिर्फ निजता का हनन करता है, बल्कि यात्रियों, खासकर महिलाओं के लिए यह स्थिति अत्यंत असहज और अपमानजनक बन जाती है. शौचालय के बाहर लगे नल की व्यवस्था नहीं हैं, और भीतर की स्थिति ऐसी कि कोई वहां कदम रखने से भी कतराए. फर्श पर जमी गंदगी की परतें, दीवारों पर सूख चुके छींटों के निशान और बदबू से भरा वातावरण उस स्थान को किसी भी उपयोग के लायक नहीं छोड़ा है. महिला यात्रियों के लिए यह स्थिति कहीं अधिक कष्टदायक है. एक ओर सफर की थकान, दूसरी ओर असुरक्षित और अस्वच्छ शौचालय यह यात्रा को और कठिन बना देता है. बिना दरवाज़े के शौचालय का होना उनके आत्मसम्मान और सुरक्षा दोनों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. वृद्धजन जो अक्सर स्वास्थ्य कारणों से बार-बार शौचालय का उपयोग करते हैं, उनके लिए यह बदहाली किसी संकट से कम नहीं. झुक कर चलने वाले, धीरे-धीरे कदम रखने वाले इन यात्रियों के लिए गंदगी भरा, दरवाज़ा रहित शौचालय एक असहनीय स्थिति बना हुआ है.
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