बक्सर. जिले के 1329 मतदान केंद्र के एक लाख मतदाताओं का विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण किया जा रहा है. इसको लेकर जिले के तमाम अधिकारी लगाये गये हैं. समय पर काम पूरा करने के लिए लगभग प्रतिदिन शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी ली जाती है. जबकि संबंधित बूथों के बीएलओ घर-घर पहुंचकर मतदाताओं की सही पहचान कर रहे हैं. जो मतदाता अपने गांव से दूर दिल्ली, मुंबई, सूरत या किसी अन्य जगह पर हैं, वैसे मतदाताओं की पहचान के लिए उनके फोन पर आधार कार्ड मंगाकर भरा जा रहा है. जबकि पत्र पर मतदाता का हस्ताक्षर कराना है. लेकिन, उस हस्ताक्षर को संबंधित बीएलओ द्वारा या उनके परिवार द्वारा कर दिया जाता है. प्रभात खबर की टीम ने मंगलवार को इसकी पड़ताल की, जिसमें देखा गया कि संबंधित लोगों के घर पर विभाग की तरफ से मिले गणना प्रपत्र को घर तक पहुंचाया जा रहा है. जिस प्रपत्र को भरने के बाद संबंधित दस्तावेजों में से कोई दस्तावेज की मांग नहीं की जा रही. केवल आधार कार्ड का नंबर लेकर भर दिया जा रहा है. वहीं जब बीएलओ से प्रभात खबर की टीम ने बातचीत की तो पता चला कि विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है कि कुछ भी मतदाताओं से नहीं लेना है. केवल हम सभी द्वारा स्वयं मतदाताओं के घर पर जाकर गहन पुनरीक्षण किया जाता है. केवल फार्म पर कागजात के तौर पर आधार कार्ड व जन्मतिथि भरना है. जब पूछा गया कि पावती देना है, तो बीएलओ ने बताया कि विभाग की तरफ से एक ही कापी प्राप्त हुई है. 14 को वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से सूचना दी गयी थी कि पावती रसीद छप कर आ गयी है, जिनको आवश्यकता है विभाग से आकर प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन जब 80 प्रतिशत फॉर्म ले लिया गया है, तो अब पावती रसीद किसको दिया जायेगा. यही नहीं विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण में लगाये गये सहयोगी को तो आइडी कार्ड दिया गया है, लेकिन न तो उसका रिवन दिया गया न ही लिफाफे जिसकी वजह से आइडी नहीं लगा पा रहे हैं. आइडी नहीं पहनने की वजह से कुछ लोग आधार कार्ड देने में हिचकते हैं. वहीं बूथ लेबल पर प्रतिदिन वरीय अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है. इधर, अवर निर्वाचन पदाधिकारी दीपांकर कुमार ने कहा कि विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. पावती के बजाय वितरण पंजी पर मतदाताओं का हस्ताक्षर कराया जा रहा है.
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