केसठ. किसानों को धान का बिचड़ा डालने के लिए पानी की चिंता अब दूर हो जायेगी. क्योंकि डुमरांव राजवाहा समेत अन्य नहरों में मंगलवार को पानी पहुंच गया है. नहरों में पानी आने से किसानों को धान का बिचड़ा डालने में सहूलियत होगी. वहीं, रोहिणी नक्षत्र में डाले गये धान के बिचड़े की सिंचाई भी हो सकेगी. भीषण गर्मी के कारण प्रखंड के आहर, पोखर व तालाब सूख चूके हैं. पानी का जल स्तर भी नीचे चला गया है. ऐसी स्थिति में नहरों में पानी आने से किसानों को राहत मिलेगी. विदित हो कि धान का गढ़ कहलाने वाले इस प्रखंड के किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए हर साल परेशानी का सामना करना पड़ता है. डुमरांव राजवाहा समेत अन्य नहरों में पानी छोड़े जाने से प्रखंड के केसठ, रामपुर कतिकनार, दसियांव, डिहरा, शिवपुर, बैजनाथपुर समेत दर्जनों गांवों के किसान खुश दिख रहे हैं. किसान रमेश चौधरी, पिंटु दुबे, संजय सिंह, सुधीर कुमार का कहना है कि नहर विभाग की तत्परता के कारण किसान अब समय से धान का बिचड़ा डाल सकेंगे. जबकि, सरकार भी किसानों की आर्थिक क्षमता बढ़ाने एवं फसल की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं एवं ऋण मुहैया कराती है. क्या कहते हैं अधिकारी सोन नहर अवर प्रमंडल सिद्धिपुर के कनीय अभियंता पप्पू सिंह ने कहा कि डुमरांव राजवाहा समेत विभिन्न नहरों में पानी छोड़ा गया है, ताकि क्षेत्र के किसान धान का बिचड़ा डाल सकें वहीं सिंचाई कर सकें. पानी की मात्रा अधिक है, ताकि किसानों को अंतिम टेल तक पानी पहुंचाया जा सके.
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