हाजीपुर. कृषि उद्यमिता के विकास के लिए कृषि उद्यमियों का 13 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया. इसमें जिले के 35 भावी कृषि उद्यमियों ने प्रशिक्षण लिया. इसका आयोजन श्री धर्मस्थल मंजुनाथेश्वर शिक्षण संस्थान और केनरा बैंक प्रायोजित रुडसेट (ग्रामीण विकास व स्वरोजगार प्रशिक्षण) संस्थान में पूरा हुआ.इस मौके पर जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रभावती कुमारी ने सभी प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में बिहार जैसे राज्य में कृषि और उससे जुड़ी गतिविधियों के क्षेत्र में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं. अगर आप सभी इस ओर मनोयोग से स्वरोजगार शुरू करते हैं, तो निश्चित ही सफल होंगे. उन्होंने कहा कि इससे स्वयं तो आत्मनिर्भर होंगे ही, अन्य लोगों को भी रोजगार मुहैया करा पाने में योगदान दे सकते हैं. इस दौरान जिला पशुपालन पदाधिकारी ने विस्तार से विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे बकरी पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन, सुकर पालन और डेयरी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी. इन्होंने इस मौके पर राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) के बारे में विस्तार से बताया. इस दौरान रुडसेट संस्थान के निदेशक अनुज कुमार ने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण पूरा करने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि संस्थान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करना तथा उन्हें व्यावसायिक व तकनीकी कौशल प्रदान करना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें.
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