मंगलवार को उदीयमान सूर्य की उपासना के साथ चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान संपन्न हो गया. लोक आस्था के इस महापर्व के अवसर पर व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ देकर सुख, शांति और लोकमंगल की कामना की.
By Prabhat Khabar News Desk | April 1, 2020 2:36 AM
हाजीपुर : मंगलवार को उदीयमान सूर्य की उपासना के साथ चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान संपन्न हो गया. लोक आस्था के इस महापर्व के अवसर पर व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ देकर सुख, शांति और लोकमंगल की कामना की. मंगलवार की अहले सुबह ही नदी घाटों और जलाशयों की ओर छठ व्रती सूर्योपासना के लिए निकल पड़े. सूर्योदय होते ही छठव्रतियों ने जल में खड़े होकर उदीयमान सूर्य को अर्घ देना शुरू कर दिया. भगवान सूर्य की आराधना के बाद व्रतियों ने अपने परिजन और स्वजनों को छठ का प्रसाद खिलाया. उगते सूर्य को अर्घ देने के बाद छठ व्रतियों ने घर पहुंच कर पारन किया. इसी के साथ साधना-आराधना और सूर्योपासना का चार दिवसीय अनुष्ठान संपन्न हो गया. इस दौरान व्रतियों के घरों में श्रद्धा-भक्ति का माहौल बना रहा और छठ मइया के गूंजते रहे.
व्रतियों और श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर से प्रार्थना करते हुए कोरोना वायरस के खात्मे तथा जन जीवन की खुशहाली की कामना की.सोशल डिस्टेंसिंग का किया पालन कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए किये गये लॉकडाउन का पालन करते हुए ज्यादातर छठ व्रतियों ने नदी घाटों और तालाबों पर जाने से परहेज किया. ऐसे में आवासीय परिसरों और घर की छतों पर ही कृत्रिम तालाब बनाये गये, जिसमें खड़े होकर व्रतियों ने सूर्य देव को अर्घ दिया. विभिन्न गांवों और मुहल्लों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखते हुए छठ पर्व मनाते देखे गये. नगर के जढुआ, युसुफपुर, मीनापुर, चौधरी बाजार, कटरा, गांधी आश्रम, राजपूत कॉलोनी, पोखरा मोहल्ला, बागमली, हथसारगंज समेत अन्य मुहल्लों में व्रतियों ने अपने घरों पर ही चैती छठ का अनुष्ठान पूरा किया. उधर, सोनपुर के सबलपुर बभनटोली में भी सामाजिक दूरी बनाकर छठ पूजा की गयी.
यहां हाजीपुर न्यूज़ (Hajipur News) , हाजीपुर हिंदी समाचार (Hajipur News in Hindi), ताज़ा हाजीपुर समाचार (Latest Hajipur Samachar), हाजीपुर पॉलिटिक्स न्यूज़ (Hajipur Politics News), हाजीपुर एजुकेशन न्यूज़ (Hajipur Education News), हाजीपुर मौसम न्यूज़ (Hajipur Weather News) और हाजीपुर क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .