हाजीपुर. गंगा और गंडक नदी का जल स्तर बीते 12 घंटे में तेजी से बढ़ा है, जिससे हाजीपुर और लालगंज में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है. बुधवार शाम तक गंगा और गंडक नदियों का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है. प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है. बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण विभाग के अनुसार, बुधवार शाम को हाजीपुर में गंडक नदी का जल स्तर 48.34 मीटर मापा गया, जो सुबह 6 बजे 48.08 मीटर था. यानी 12 घंटे में 26 सेमी की वृद्धि हुई. लालगंज में गंडक नदी का जल स्तर बुधवार शाम को 50 मीटर दर्ज किया गया, जबकि सुबह यह 49.63 मीटर था. यानी 37 सेमी का इजाफा हुआ. हाजीपुर में गंडक नदी के जल स्तर का खतरे का निशान 50.32 मीटर है. यहां फिलहाल नदी 1.98 मीटर नीचे बह रही है. वहीं, लालगंज में खतरे का निशान 50.50 मीटर है और नदी अब मात्र 50 सेमी नीचे बह रही है. गंगा नदी के जल स्तर में भी वृद्धि देखी जा रही है. बुधवार शाम गंगा का जल स्तर 48.9 मीटर मापा गया, जो सुबह 47.91 मीटर था. यह जल स्तर पटना के गांधी घाट पर मापा गया. गंगा नदी अब खतरे के निशान से मात्र 51 सेमी नीचे है. विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 12 घंटे में गंडक नदी लालगंज में 30.83 मिमी प्रति घंटे, हाजीपुर में 21.66 मिमी प्रति घंटे और गंगा नदी 10 मिमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ी है. बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन ने राघोपुर और लालगंज के निचले इलाकों को चिन्हित कर निगरानी तेज कर दी है. वाल्मीकि नगर बराज से बुधवार शाम 83,300 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे जल स्तर में और वृद्धि की आशंका है. अगले 24 घंटे नाजुक माने जा रहे हैं.
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