जमीन विवाद को लेकर मानसिक तनाव
रामाश्रय शर्मा वर्ष 2012 में धनबाद (झारखंड) से खनिज विकास पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. रिटायरमेंट के बाद वे अपनी पत्नी के साथ गांव में ही रहकर खेती-बाड़ी का काम संभाल रहे थे. उनके बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य दूसरे राज्यों में नौकरी करते हैं और वहीं निवास करते हैं. रिश्तेदारों ने बताया कि मृतक पिछले 5-6 वर्षों से जमीन विवाद को लेकर मानसिक तनाव में थे. गांव में जमीन का यह विवाद अक्सर चर्चा का विषय रहा है. हालांकि, इस विवाद का घटना से प्रत्यक्ष संबंध है या नहीं, यह जांच का विषय है.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भेजा पोस्टमार्टम
सूचना पर पहुंची अस्थावां थाना पुलिस ने शव को कमरे से नीचे उतारकर कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ के मॉडल अस्पताल भेज दिया. पुलिस के अनुसार, मृतक का शव घर के भीतर पंखे से रस्सी के सहारे झूलता हुआ पाया गया. अस्थावां थानाध्यक्ष लालमुनि दुबे ने बताया, घटना प्रथम दृष्टया संदिग्ध प्रतीत हो रही है.
घटना के बाद गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म
पुलिस हत्या या आत्महत्या दोनों पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है. अभी तक परिजनों द्वारा कोई लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे मौत के कारणों पर स्पष्टता आ सकेगी. घटना के बाद गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कुछ लोग इसे आत्महत्या मान रहे हैं तो कुछ को हत्या की आशंका सता रही है. वृद्ध अधिकारी का समाज में प्रतिष्ठित स्थान था, ऐसे में उनकी अचानक और संदिग्ध मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
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