राजगीर में 24 मई से मोरारी बापू सुनाएंगे श्रीराम कथा, वातानुकूलित हॉल में इतने लोगों की होगी बैठने की व्यवस्था

Morari Bapu: राजगीर एक बार फिर आध्यात्मिक जगत का केंद्र बनने जा रहा है. 24 मई से 1 जून तक राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में विश्वप्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू की श्रीराम कथा का आयोजन होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेंगे. आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं.

By Abhinandan Pandey | May 21, 2025 11:43 AM
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Morari Bapu: बिहार के पवित्र नगरी राजगीर में एक बार फिर अध्यात्म और भक्ति का अद्भुत संगम होने जा रहा है. विश्वप्रसिद्ध संत और कथावाचक पूज्य मोरारी बापू की श्रीराम कथा का आयोजन 24 मई से 1 जून तक राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (RICC) में किया जाएगा.

राजगीर की सुरम्य वादियों में इस आध्यात्मिक आयोजन की तैयारियां पूरे जोरों पर हैं. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस RICC के वातानुकूलित हॉल में शांतिपूर्ण वातावरण में प्रतिदिन श्रद्धालु श्रीराम कथा का श्रवण करेंगे. आयोजकों के अनुसार, हॉल में पहले से ही 1300 लोगों के बैठने की व्यवस्था है, जिसे बढ़ाकर 1500 तक किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस आध्यात्मिक रस में डूब सकें.

प्रेम, करुणा, धैर्य और सत्य एक साथ पहुंचाते हैं बापू

आयोजन समिति के सदस्यों का कहना है कि मोरारी बापू की कथा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना और आत्मिक उत्थान का माध्यम है. बापू रामकथा के माध्यम से प्रेम, करुणा, धैर्य और सत्य जैसे मूल्यों को जनमानस तक पहुंचाते हैं, जो आज की भागदौड़ भरी दुनिया में बेहद जरूरी हो गए हैं.

श्रद्धालुओं की सुविधा का रखा जा रहा विशेष ध्यान

आयोजन के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन और जलपान की समुचित व्यवस्था की गई है. स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में आम लोगों और विशिष्ट अतिथियों के लिए अलग-अलग भोजन पंडाल बनाए जा रहे हैं, जहां एक समय में 1000 से अधिक लोग भोजन कर सकेंगे.

सात्विक और स्वादिष्ट भोजन परोसा जाएगा

भोजन प्रभारी के अनुसार, सादा लेकिन सात्विक और स्वादिष्ट भोजन परोसा जाएगा. जिसमें स्थानीय व्यंजनों को प्रमुखता दी जाएगी. इसके अलावा, स्वच्छ पेयजल, आरामदायक बैठने और सफाई की पूरी व्यवस्था की गई है, ताकि भक्तगण बिना किसी असुविधा के कथा में मन लगा सकें. राजगीर की यह श्रीराम कथा आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण एक अद्वितीय अनुभव होने जा रही है, जो न केवल श्रद्धालुओं को जोड़ेगी बल्कि समाज में भी सकारात्मकता का संचार करेगी.

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