Nalanda News: 10 साल के बच्चे ने मांगी 10 लाख की फिरौती, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज तो सब रह गए दंग

Nalanda News: 8 जून को एक अज्ञात मोबाइल नंबर से मनीष कुमार के मोबाइल पर व्हाट्सएप मैसेज आया, जिसमें दस लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी. साथ ही बार-बार रिचार्ज और पैसे भेजने के लिए कहा जा रहा था. मामले की गंभीरता को देखते हुए नालंदा पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के बाद मोबाइल धारक की पहचान की.

By Paritosh Shahi | June 10, 2025 3:54 PM
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Nalanda News, सुनील कुमार: नालंदा के लहेरी थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 10 वर्षीय बालक ने सोशल मीडिया पर गुमशुदगी की सूचना देखकर फिरौती की मांग कर डाली. पुलिस की तत्परता से गुमशुदा किशोर सकुशल बरामद कर लिया गया है और पूरे मामले का पर्दाफाश किया. जानकारी के मुताबिक 6 जून को शाम करीब 5:00 बजे न्यू नालंदा कॉलोनी निवासी मनीष कुमार का 15 वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार उर्फ भोला कोचिंग के लिए घर से निकला था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा. परिजनों द्वारा खोजबीन के बाद उसकी मां उगा देवी के आवेदन पर लहेरी थाना कांड सं. 262/25 धारा 137(2) भा.दं.वि. के तहत मामला दर्ज किया गया.

CCTV में क्या दिखा

सीसीटीवी फुटेज में सौरभ को बिहारशरीफ में एक बस में चढ़ते देखा गया. जिससे यह अनुमान लगाया गया कि वह स्वेच्छा से कहीं गया है. इस बीच, पिता मनीष कुमार ने फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर अपने बेटे की गुमशुदगी की सूचना देते हुए मोबाइल नंबर भी साझा किया.

छापेमारी में क्या पता चला

छापेमारी के दौरान पता चला कि यह मोबाइल जहानाबाद जिला के घोषी थाना अंतर्गत मिल्कीपर निवासी सोहागी कुमारी, पति धर्मेन्द्र कुमार के पास है, जो स्थानीय वार्ड सदस्य भी हैं. पूछताछ में धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि यह मैसेज उनके 10 वर्षीय बेटे ने भेजा था. बच्चा फेसबुक पर गुमशुदगी की सूचना देखकर पैसों के लालच में मैसेज भेज बैठा. बाद में उसने सभी मैसेज डिलीट कर दिए.

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चिंता का विषय

10 जून को सौरभ कुमार सकुशल अपने परिजनों के साथ लहेरी थाना पहुंचा और बताया कि वह बिना किसी दबाव के घूमने के उद्देश्य से बाहर चला गया था और अब स्वेच्छा से लौट आया है. इस घटना ने साबित कर दिया कि आज के बच्चे तकनीक का दुरुपयोग कर सकते हैं और यह चिंता का विषय है.

नालंदा पुलिस ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों, विशेषकर मोबाइल व इंटरनेट के उपयोग पर पैनी नजर रखें ताकि वे किसी प्रकार के अपराध में अनजाने में भी संलिप्त न हो सकें. इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है.

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