त्रिवेणीगंज. प्रखंड मुख्यालय स्थित वेटनरी अस्पताल परिसर में बुधवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार के निर्देश पर विभिन्न पंचायतों में पशुपालकों के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के जन जागरूकता को लेकर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कृषकों एवं पशुपालकों को मोबाइल वेटरनरी यूनिट की सेवाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया गया. पटना से आए कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पशुपालकों को बताया कि अब पशुओं की चिकित्सा सेवा उनके द्वार तक पहुंचेगी. एमवीयू इकाई के अंतर्गत पशु चिकित्सक एवं प्रशिक्षित पारा वेट स्टाफ की टीम एक मोबाइल वाहन के माध्यम से गांव-गांव जाकर बीमार पशुओं की जांच, उपचार, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण एवं परामर्श जैसी सेवाएं उपलब्ध कराएगी. सेवा के लिए किसान टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर सकते है. कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नाटक ने पशुपालकों को न केवल मनोरंजन के माध्यम से जागरूक किया, बल्कि योजनाओं की जानकारी को सरल भाषा में प्रभावी ढंग से बताया. नुक्कड़ नाटक देखने जुटी लोगों की भीड़ में शामिल कुछ किसानों के सवालों का जवाब देकर उन्हें योजनाओं की जानकारी दी. वेटनरी अस्पताल के चिकित्सक डॉ अशोक कुमार ने बताया कि इस तरह के जन जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालन को बढ़ावा देना, पशुओं की समय पर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करना और किसानों की आय में वृद्धि करनी है. नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर रहे कलाकारों में सन्नी कुमार, सुशील कुमार, मनोज कुमार, चंदन रसिया, भवेश कुमार, प्रीतम मुंगेरिया, काजल कुमारी, पल्लवी कुमारी शामिल थी. नुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने गायों में होने वाली बीमारी डगनाला, बकरियों में होने वाली बीमारी पीपीआर व अन्य रोगों के उपचार के बारे में नाटक के माध्यम से बताया. वहीं भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों में जागरूकता की कमी के कारण कई बार पशु बीमार हो जाते हैं या समय पर इलाज नहीं मिलने से पशु की मौत हो जाती है. जिससे किसान को भारी नुकसान होता है. उन्होंने नाटक के अंत में सभी ग्रामीणों से अपील की गई कि वह अपने पशुओं की नियमित देखभाल करें, समय पर टीकाकरण करवाएं और किसी भी बीमारी के लक्षण दिखते ही नजदीकी पशु अस्पताल से संपर्क करें.
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