नेपाल के किसानों की सिंचाई समस्याओं को लेकर कुनौली में जल संसाधन विभाग की बैठक कुनौली. पश्चिमी कोशी नहर प्रमंडल कार्यालय परिसर में शनिवार को एक अहम बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें नेपाल क्षेत्र के किसानों की सिंचाई से जुड़ी समस्याओं, सुझावों और समाधान को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया. यह बैठक जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के मुख्य अभियंता के निर्देश पर आयोजित की गई थी. बैठक में नेपाल के कनकट्टा, ढिकली, नरघो, सकरदही, महदेवा, जोगिनिया, विहुल वीयर और लक्ष्मीपुर गांवों से आए लगभग 70 किसानों ने हिस्सा लिया. ये गांव मुख्य नहर के 0.00 किमी से 35.131 किमी के दायरे में आते हैं. बैठक के दौरान किसानों ने विशेष रूप से बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए खेती में हो रही सिंचाई की समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष विस्तार से रखा. किसानों ने बताया कि कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति अनियमित है, जिससे धान जैसी फसलों की बुआई और वृद्धि प्रभावित हो रही है. इस अवसर पर कुनौली प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता युवराज अमन ने किसानों की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि किसानों की समस्याओं के निदान के लिए शीघ्र ही स्थल निरीक्षण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विभाग का कार्य क्षेत्र नेपाल भाग में 0.00 से 35.131 किमी तक फैला है, जिसमें लक्ष्मीपुर ग्राम स्थित विहुल बीयर से बाएं और दाएं दिशा में नहर प्रणालियों के माध्यम से सिंचाई सुविधा दी जा रही है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो क्षेत्र विभाग के कार्य क्षेत्र से बाहर हैं, वहां सिंचाई की व्यवस्था नेपाल की पंप नहर प्रणाली से होती है, जिसका समाधान स्थानीय किसानों की सहभागिता से ही संभव है. बैठक में कुनौली प्रमंडल के सहायक अभियंता मिरुन कुमार, प्रकाश सिंह, दानिश हुसैन, अभिलाप कुमार, रौशन कुमार राणा काजी, सुशील कामत और शंकर पाठक, नरघो के पूर्व मुखिया दिनेश कुमार यादव, लक्ष्मीपुर से कृष्ण देव साह, संतोष कुमार यादव, यमुना प्रसाद यादव, जगन्नाथ यादव सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
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