कसमार, कसमार थाना क्षेत्र अंतर्गत हिसीम पंचायत के केदला निवासी तुलसी मुंडा के पुत्र सूरज मुंडा उर्फ मोनू (18 वर्ष ) की गुरुवार को सड़क हादसे में मौत हो गयी थी. मृतक हिसीम पंचायत की मुखिया बबीता देवी व समाजसेवी फणींद्र मुंडा का भतीजा था. मुआवजे को लेकर जरीडीह थाना परिसर में गुरुवार की देर रात तक वार्ता चली. गोमिया के पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो की पहल पर देर रात को संबंधित कंपनी मृतक के परिजन को ढाई लाख रुपये मुआवजा को लेकर तैयार हुआ. उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
विद्यालय से लौटते समय घटी थी घटना
मालूम हो कि सूरज मुंडा नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय विद्यालय, तेतुलिया (बारी को-ऑपरेटिव, बोकारो) में कक्षा नौवीं का छात्र था. वह किसी कार्यवश विद्यालय गया था. गांव के राजेश मुर्मू के साथ बाइक से लौटने के क्रम में वह बहादुरपुर (बकसपुरा) स्थित सोना-सोबरन पेट्रोल पंप में पेट्रोल भराने के लिए जैसे ही बायीं तरफ मुड़ा, पीछे से आ रहे एक प्राइवेट कंपनी के ट्रक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. मौके पर जुटे परिजनों, ग्रामीणों व क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने मुआवजे की मांग को लेकर कुछ देर के लिए एनएच जाम कर दिया. जरीडीह सीओ ऋतुराज, जरीडीह इंस्पेक्टर शैलेश कुमार सिंह तथा जरीडीह, कसमार व पेटरवार के थाना प्रभारी ने परिजनों व ग्रामीणों को समझा कर जाम हटाया तथा कंपनी के अधिकारियों को बुलाकर थाना परिसर में वार्ता शुरू की, लेकिन घंटों की बातचीत के बाद भी कंपनी वाले मुआवजा देने को तैयार नहीं थे. कोई नतीजा नहीं निकला.
ढाई लाख रुपये मुआवजा देगी कंपनी
इस बीच पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो पहुंचे. डॉ लंबोदर ने कंपनी के अधिकारियों को फटकारते हुए कहा कि शव को कंपनी के गेट के सामने रखकर कंपनी का हुड़का जाम कर देंगे. इसके बाद कंपनी के वरीय अधिकारियों ने ढाई लाख रुपया मुआवजा देने की सहमति जतायी. उसके बाद रात को पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया. वार्ता में डॉ लंबोदर, पुलिस, प्रशासन व कंपनी के अधिकारियों के अलावा मृतक के पिता तुलसी मुंडा, हिसीम मुखिया प्रतिनिधि फणींद्र मुंडा, सिंहपुर मुखिया प्रतिनिधि घनश्याम महतो, दिलीप कुमार महतो, मनीष जायसवाल, अमित भगत, जेएलकेएम जिलाध्यक्ष अमरेश महतो अमरलाल, भुवनेश्वर महतो, अजय जायसवाल आदि शामिल थे. इधर, शुक्रवार को सूरज मुंडा का अंतिम संस्कार गांव में किया गया. डॉ लंबोदर समेत काफी संख्या में लोग जुटे. सूरज तीन भाइयों में मंझला था. उसकी असामयिक मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.
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