बोकारो, इमामुल हई खान विधि महाविद्यालय व अलहबीब शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, बोकारो के तत्वावधान में शनिवार को हबीब ऑडिटोरियम में इमामुल हई खान की 114वी जयंती मनायी गयी. अध्यक्षता इमामुल हई खान एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ आरए खान ने की. वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला व उनके विचारों से लोगों को अवगत कराया.
पदचिन्हों पर चलने का आह्वान
वक्ता डॉ कयाम जेहरा, प्राचार्या, मिस्बाहुद्दीन अंसारी, आश मो अंसारी, रौनक अफरोज, मुखिया सिवनडीह, हसन इमाम, कुंदन, रामाकांत वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता, शमीम अहमद खान आदि ने सभी ने इमामुल हई खान के जीवन संघर्ष व उनके योगदान पर चर्चा की. उनके पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया. संचालन प्रो वसी अहमद ने किया. धन्यवाद ज्ञापन इमामुल हई खान विधि महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य, शत्रुध्न कुमार ने किया.
ये थे मौजूद
मौके पर डॉ शादाब रईस खान सचिव, अलहबीब शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, इमामुल हई खान विधि महाविद्यालय सहित व्याख्याता, शिक्षकेत्तर, कर्मचारी, अभिभावक व सामाजिक कार्यकर्ता आदि मौजूद थे.
आध्यात्मिक नियमों का भी करें पालन : धर्मवीरानंद
बोकारो, आनंद मार्ग जागृति प्रभात कॉलोनी चास में शनिवार को आनंद मार्ग की ओर से सेमिनार का आयोजन गया. आचार्य धर्मवीरानंद अवधूत ने ‘पापस्य कारण त्रयम’ के विषय पर प्रकाश डाला. अत्यंत प्रेरणादायी और चेतनास्पद विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि मानव एक सामाजिक प्राणी है, इसलिए उसे केवल सामाजिक नियमों का ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक नियमों का भी पालन करना चाहिए. मौके पर आचार्य रमेंद्रानंद अवधूत सहित साधक मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है