बोकारो, समाहरणालय कार्यालय कक्ष में मंगलवार को उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति की बैठक हुई. गरगा नदी की सफाई, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, अवैध बालू खनन की रोकथाम, योग दिवस के आयोजन, पौधारोपण अभियान, घाट सौंदर्यीकरण व इको टूरिज्म को बढ़ावा देने जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गयी. कई अहम निर्णय लिया गया. जिला को हरा-भरा बनाने पर जोर दिया गया.
गरगा नदी में बढ़ते प्रदूषण पर जतायी चिंता
गरगा नदी में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की गयी. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी निजी व सार्वजनिक इकाई 15 जुलाई तक नदी में कारखाने का दूषित जल का प्रवाह पूर्णतः शून्य करें. उन्होंने चास नगर निगम क्षेत्र के 16 प्रमुख नालों में 31 जुलाई तक सिल्ट चेंबर का निर्माण अनिवार्य रूप से कराने को नगर प्रशासन को कहा. प्रत्येक आवासीय सोसाइटी को अपने परिसर में सिल्ट चेंबर बनाना होगा. अनुपालन नहीं होने की स्थिति में 31 जुलाई के बाद संबंधित संस्थाओं व व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. डीसी ने चास नगर निगम, बीएसएल प्रबंधन एवं फुसरो नगर परिषद को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्लूएम) एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) योजना को शीघ्रतापूर्वक पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि क्षेत्र में स्वच्छता सुनिश्चित की जा सके.
अवैध बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाएं
उपायुक्त ने एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुपालन को प्राथमिकता देते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने जिला खनन पदाधिकारी को अधिकृत सैंड स्टोरेज स्थलों की सूची सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने एवं बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
पूरे वर्ष लोग करें योग, 100 से अधिक स्थानों को करें चिन्हित
सात से 15 जुलाई तक मनाया जाएगा पौधारोपण सप्ताह
इको टूरिज्म व तेलमच्चो घाट सौंदर्यीकरण की करें पहल
उपायुक्त ने पेटरवार क्षेत्र में इको टूरिज्म और वर्क फ्रॉम फॉरेस्ट जैसी परियोजना को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग को प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया. वहीं, जिले की प्रमुख दामोदर नदी की सहायक नदियों के किनारे स्थित वनभूमि को भी चिन्हित कर प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा. उन्होंने बैठक में दामोदर नदी तल स्थित तेलमच्चो घाट का सौंदर्यीकरण, शव दाह स्थल का विकास, पक्की सड़क निर्माण एवं अन्य व्यवस्थाओं हेतु मुखिया की अध्यक्षता में समिति गठन करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि जल स्रोतों की स्वच्छता, पर्यावरण की सुरक्षा और जन सहभागिता से विकास जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जायें, यह सुनिश्चित किया जाएगा.ये थे मौजूद
मौके पर जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, जिला परिवहन पदाधिकारी वंदना शेजवलकर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, नोडल पदाधिकारी शक्ति कुमार, बीएसएल के नगर प्रशासन सेवा के महा प्रबंधक अविनाश कुमार, सहायक नगर आयुक्त जयपाल मुंडा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, प्रदूषण बोर्ड के प्रतिनिधि समेत अन्य उपस्थित थे.
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