Bokaro News: कॉरपोरेट लूट व सांप्रदायिक फासीवाद के खिलाफ जनांदोलन का केंद्र बनेगा झारखंड : दीपंकर

Bokaro News: बोकारो में भाकपा माले के राज्य स्तरीय जन कन्वेंशन का दूसरा दिन, भाजपा-आरएसएस की विचारधारा की आलोचना.

By ANAND KUMAR UPADHYAY | April 23, 2025 11:36 PM
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बोकारो, भाकपा माले के केंद्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज देश एक गहरे राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय पर संगठित हमले हो रहे हैं. झारखंड जैसे राज्यों की यह ऐतिहासिक जिम्मेदारी है कि वे इस फासीवादी दौर में जन प्रतिरोध की अग्रिम कतारों में खड़े हो. कॉरपोरेट लूट व सांप्रदायिक फासीवाद के खिलाफ झारखंड जनांदोलन का केंद्र बनेगा. श्री भट्टाचार्य ने सेक्टर-02 कला केंद्र में चल रहे भाकपा माले स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय जन कन्वेंशन के दूसरे दिन बुधवार को प्रतिनिधि सत्र का उद्घाटन करते हुए उक्त बातें कहीं. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा-आरएसएस की नफरत भरी राजनीति को हराने के लिए व्यापक जन आंदोलनों, मजबूत संगठन और वैचारिक स्पष्टता की जरूरत है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियां, पूंजीवादियों की सेवा, जल-जंगल-जमीन की लूट और रोजगार के सवालों की उपेक्षा ने जनता को एक बार फिर संघर्ष की राह पर ला खड़ा किया है. पार्टी की रणनीति इसी जन असंतोष को संगठित कर निर्णायक परिवर्तन की दिशा में ले जाने की है.

दो पुस्तिका का विमोचन

सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र के दौरान दो पुस्तिका का विमोचन भी हुआ. पहली पुस्तिका ‘फासीवाद के विरुद्ध एकताबद्ध जन प्रतिरोध’ भाकपा (माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य द्वारा हाल के दिनों में लिखित कुछ चर्चित लेखों और भाषणों का संकलन हैं. ये लेख पार्टी के मुखपत्रों लिबरेशन और समकालीन लोकयुद्ध में पिछले दिनों प्रकाशित हुए थे. दूसरी पुस्तिका ‘झारखंड और लालखंड’ का. एके राय द्वारा लिखित हैं. ये दोनों ही पुस्तकें फासीवाद और लूट के खिलाफ वैचारिक-राजनीतिक लड़ाई में नयी पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक साबित होंगी.

सात सदस्यीय अध्यक्ष मंडल गठित

मनोज भक्त ने प्रस्तुत किया कामकाज का दस्तावेज

भाकपा माले की विदाई राज्य कमेटी के सचिव मनोज भक्त ने 21 पृष्ठों का दस्तावेज प्रस्तुत किया, जिसमें मुख्यतः राज्य व देश की राजनीति में भाकपा (माले) के राजनीतिक हस्तक्षेप, पार्टी व जनसंगठनों की स्थिति और मासस के भाकपा (माले ) में विलय के बाद सांगठनिक विस्तार और राजनीतिक प्रभाव में विस्तार की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की गयी हैं. इसमें पिछली कार्यवाहियां की समीक्षा करते हुए आगामी कार्ययोजनाओं को भी समाहित किया गया है. दस्तावेज पर प्रतिनिधियों ने गहन चर्चा की और अपने सुझाव रखे. यह चर्चा आज भी जारी रहेगी.

संघर्ष तेज करने की रणनीति तैयार

इन्होंने रखे अपने विचार

प्रतिनिधि सत्र में लगभग 73 प्रतिनिधियों ने सचिव के प्रतिवेदन पर अपना विचार रखे हैं. राज्य सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र को भाकपा माले निरसा के विधायक अरुप चटर्जी, कार्तिक हाड़ी, कृष्ण सिंह, परमेश्वर महतो, उस्मान अंसारी, त्रिलोकी नाथ, मोहन दत्ता, नदीम खान, रवींद्र भुइयां, बिरजू राम राजेंद्र मेहता, मनोज प्रजापति बालेश्वर गोप, बालगोविंद मंडल महेश सांवरिया अनीता नंदीता भट्टाचार्य समेत कई प्रतिनिधियों ने अपना विचार रखे.

झारखंड के 20 जिलों से 600 प्रतिनिधि ले रहे भाग

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