बोकारो, अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर योजना के अंतर्गत भतुआ मौजा में प्रस्तावित इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आइएमसी) के लिए अधिग्रहण की जानेवाली भूमि के मूल्य निर्धारण को लेकर बुधवार को बैठक हुई. बोकारो परिसदन में हुई बैठक की अध्यक्षता निदेशक, भू-अर्जन, भू-अभिलेख व परिमाप निदेशालय आंजनेयुलू दोड्डे ने की. प्रस्तावित आइएमसी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में पारदर्शिता, न्यायसंगत मुआवजा राशि निर्धारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की गयी. भूमि दर निर्धारण में स्थानीय बाजार मूल्य व वर्तमान दर सूची को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जाने की प्रक्रिया पर विचार किया गया. निदेशक, भू-अर्जन, भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने बीएसएल प्रबंधन को एस सप्ताह में संबंधित प्रस्तावित अधिग्रहण कि जाने वाली 740 एकड़ भूमि का मूल्य निर्धारण कृषि, उद्योग व वाणिज्यिक प्रकृति के अनुरूप निर्धारित कर प्रस्ताव तैयार करने को कहा. वहीं, जिला भू अर्जन कार्यालय बोकारो को भी पिछले तीन वर्षों में हुए भूमि निबंधन का औसत मानते हुए 740 एकड़ भूमि का कृषि, उद्योग व वाणिज्यिक प्रकृति मूल्य निर्धारण का प्रस्ताव तैयार करने को कहा. अगली बैठक में संबंधित भूमि का मूल्य निर्धारण किया जाएगा. उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि इस परियोजना से ना केवल बोकारो जिले को औद्योगिक दृष्टिकोण से नयी पहचान मिलेगी, बल्कि स्थानीय क्षेत्र का विकास व्यापक स्तर पर होगा और रोजगार के कई नये अवसर प्राप्त होंगे. बैठक में बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज बीके तिवारी, निदेशक उद्योग विशाल सागर, डीपीएलआर मेनका, अपर समाहर्ता मुमताज अंसरी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढांडा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक टाउनशिप कुंदन कुमार, महाप्रबंधक एके सिंह, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी द्वारिका बैठा, सब रजिस्टार सौरव कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.
संबंधित खबर
और खबरें