कैसे हुई मामले की जानकारी
घटना के संबंध में बताया गया कि पिछले सात सालों के अधिक समय से मो रिजवान मलेशिया स्थित एफजीवी कंपनी में काम कर रहा था. जबकि उसका परिवार झारखंड में ही रहता है. घटना रविवार की है. परिवार के सदस्यों के अनुसार, रिजवान दोपहर को खाना खाकर घर से ड्यूटी के लिए निकला. लेकिन जब वह ड्यूटी करने के बाज वापस नहीं लौटा, तो उसके साथियों ने उसे ढूंढना शुरू किया. काफी खोजबीन करने पर जानकारी मिली की रिजवान का शव फंदे के सहारे पेड़ से लटका हुआ है.
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मृतक के शरीर पर चोट के निशान
घटना की सूचना कंपनी को दी गयी, जिसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी हुई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में ले लिया है और प्रशासनिक जांच-पड़ताल कर रही है. इधर, मृतक के परिजनों का कहना है कि मो रिजवान के शरीर पर चोट के निशान हैं और मुंह से ब्लड भी निकला हुआ है. मृतक का एक 14 वर्षीय पुत्र भी है. घटना के बाद से ही मृतक के घर में मातम पसर गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार वाले रिजवान की झलक देखना चाहते हैं.
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सरकार से लगाई शव वापस लाने की गुहार
वहीं, घटना की सूचना मृतक के परिजनों ने झामुमो व यूनियन नेता मुमताज आलम को दी. इन्होंने मामले की जानकारी झारखंड सरकार के पेयजल मंत्री योगेंद्र प्रसाद के साथ साझा की. मृतक की पत्नी खुर्शीदा बानो ने पेयजल मंत्री को एक पत्र लिखा. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने मंत्री योगेंद्र प्रसाद से पति का शव मलेशिया से वापस लाने की मांग की. इसपर पेयजल मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि प्रयास किया जा रहा है, जल्द ही मो रिजवान का शव मलेशिया से गोमिया पहुंचेगा.
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