Bokaro News : जिंदल कंपनी चलायेगी बंद दुगदा कोल वाशरी, कोल इंडिया से किया एग्रीमेंट

Bokaro News : 30 वर्षों के लिए लीज पर दी गयी है वाशरी, कंपनी ने कोल इंडिया में जमा किया दो साल का रेंट

By MANOJ KUMAR | June 3, 2025 1:48 AM
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Bokaro News : राकेश वर्मा, बेरमो . चार साल से बंद बेरमो विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बीसीसीएल की दुगदा कोल वाशरी को जिंदल कंपनी चलायेगी. जल्द ही इस वाशरी को चालू होने की उम्मीद है. इस वाशरी से कोल इंडिया से एग्रीमेंट सालाना 2 मिलियन टन उत्पादन का है, जबकि जिंदल कंपनी वाशरी से उत्पादन क्षमता को अधिकतम सालाना चार मिलियन टन तक ले जायेगी.

चार वाशरियों को लीज पर देने का निर्णय :

मालूम हो कि बीसीसीएल ने अपनी चार कोल वाशरियों को लीज पर निजी स्टील प्लांटों को देने का निर्णय लिया था, जिसमें दुगदा, मधुबन, महुदा और सुदामडीह कोल वाशरी शामिल हैं. इससे सबसे पहले दुगदा कोल वाशरी को जिंदल कंपनी को दिया गया है, जबकि महुदा और सुदामडीह कोल वाशरी को लीज पर देने की प्रक्रिय प्रोसेस में है. वहीं मधुबन कोल वाशरी में फिलहाल कुछ लैंड इश्यू है. बीसीसीएल वाशरी डिवीजन प्रबंधन के अनुसार कोल वाशरियों के मोनेटाइजेशन से कोल इंडिया को मुनाफा होगा. कोल इंडिया ने बंद कोल वाशरियों को निजी स्टील प्लांटों को 30 वर्षों के लिए देने की योजना बनायी है. स्टील प्लांट कोल वाशरियों का संचालन सिर्फ अपने प्लांट के लिए करेंगी. खुले बाजार में वाश्ड कोल बेचने का अधिकार नहीं होगा. कोकिंग कोयला, इस्पात उत्पादन में एक महत्वपूर्ण घटक है. दुगदा कोल वाशरी के निवर्तमान पीओ एस के शर्मा ने कहा कि बंद वाशरी के चालू होने से बीसीसीएल के साथ देश को भी लाभ होगा. इससे विदेशों से आयात किये जा रहे वॉश कोल पर विराम लगेगा.

वर्ष 2019 के बाद से दयनीय होती गयी वाशरी की स्थिति :

चार साल से ज्यादा समय से (21 मई 2021 से) दुगदा वाशरी बंद है. पहले प्रबंधन ने डीएमओ (माइनिंग चालान) के कारण वाशरी से उत्पादन बंद होने की बात कही थी. वाशरी प्रबंधन के अनुसार इस वाशरी में रॉ कोल का ऐश परसटेंज 30 से 35 फीसदी (वाशरी ग्रेड चार कोयला का) के बीच था. जबकि ओपेन कास्ट कोल में ऐश परसटेंड 40-42 फीसदी था. अब जिंदल कंपनी अपने हिसाब से इस वाशरी का चलायेगी. इस वाशरी की कई पुरानी मशीनों को भी कंपनी बदलेगी.

वाशरी से 1962 से शुरू हुआ था उत्पादन :

190 है वाशरी का मैनपावर :

वाशरी प्रबंधन के अनुसार दुगदा वाशरी का मैन पावर फिलहाल मात्र 190 रह गया है. बीसीसीएल की वाशरी डिवीजन अंतर्गत कई वाशरियां संचालित हैं, जो मुनाफे में भी चल रही हैं, इसलिए दुगदा वाशरी के बंद रहने से हो रहे नुकसान की भरपाई हो जा रही है.

बोले सीसीएल के सीएमडी :

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