चाईबासा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा की ओर से गुरुवार को तुइबीर पंचायत भवन में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया. पीएलवी हेमराज निषाद व पीएलवी रत्ना चक्रवर्ती ने ग्रामीणों को कई महत्वपूर्ण कानूनी जानकारियां दी गयी. बताया कि बाल विवाह और डायन प्रथा दोनों ही समाज में गंभीर कुरीतियां हैं जो बच्चों और महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती हैं. बाल विवाह बच्चों को उनकी शिक्षा और विकास से वंचित करता है, जबकि डायन प्रथा के कारण महिलाओं को उत्पीड़न और हिंसा का सामना करना पड़ता है.
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