चाईबासा. पश्चिमी सिंहभूम जिला स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों की सुविधा के लिए एक और कदम बढ़ाया है. जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं. मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सीएस) डॉ सुशांतो कुमार माझी ने कहा कि चाईबासा सदर अस्पताल में जल्द ही डिस्चार्ज बेड हॉल की व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार को पत्राचार किया गया है.
डिस्चार्ज के बाद यह न समझे की मरीज पूरी तरह से ठीक हो गया: सीएस
क्या होता है डिस्चार्ज बेड हॉल
यह एक अलग हॉल या वार्ड होता है जहां उन मरीजों को कुछ समय के लिए ठहराया जाता है जिन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल रही होती है. मरीजों को इस हॉल में रखते हुए उन्हें डिस्चार्ज की प्रक्रिया समझाई जाती है. जैसे आगे की दवाएं, देखभाल कैसे करनी है, फॉलोअप कब करना है, किन चीज़ों से परहेज़ रखना है. अगर मरीज को एंबुलेंस, दवाएं या घर ले जाने की कोई व्यवस्था करनी है, तो वह भी यहां से हो सकती है.
जरूरत क्यों पड़ी
कई बार डिस्चार्ज की प्रक्रिया में देर होती है और मरीज को बिना जरूरत के बेड पर रोकना पड़ता है, जिससे नए मरीजों को बेड मिलने में देरी होती है. डिस्चार्ज बेड हॉल से अस्पताल में बेड टर्नओवर तेज होता है और मरीजों को एक व्यवस्थित माहौल में जरूरी जानकारी दी जा सकती है.
क्या हैं फायदे
अस्पताल के मुख्य वार्डों में बेड की उपलब्धता बढ़ती है.
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