चक्रधरपुर. आदिवासी शिक्षित युवाओं की संस्था देशाउली फाउंडेशन पर्यावरण को जीवनदान के लिए पसीना बहा रही है. फाउंडेशन के रबींद्र गिलुवा के अनुसार, अबतक बंजर जमीन पर 1500 से अधिक पौधे लगा चुकी हैं. चाईबासा थाना क्षेत्र के पांड्राशाली गांव में पौधरोपण किया गया है. जमशेदपुर के बागुनहातु व बिरसा नगर में सैकड़ों पौधे लगाये गये हैं. चक्रधरपुर विधान सभा क्षेत्र में गांव रक्षा समिति से मिल कर जंगलों को कटने से बचाया गया है. इसके कारण जान्टा व कुइतुका में जंगल पूरी तरह सुरक्षित हैं. किसी की हिम्मत नहीं है कि उक्त जंगलों से लकड़ी काट ले. यदि लकड़ी काटना बहुत आवश्यक होता है, तो ग्रामीणों की बैठक में निर्णय लिया जाता है. किसी गरीब की बेटी का विवाह हो या फिर कोई गंभीर बीमारी का इलाज के लिए पैसों की आवश्यकता हो, तो फाउंडेशन मदद को आगे रहता है. ज्ञात हो कि फाउंडेशन की स्थापना वर्ष 2018 में साधु हो ने की. चक्रधरपुर के समन्वयक रबींद्र गिलुवा के नेतृत्व में कई गांवों में पर्यावरण जागरूकता और सामाजिक सुधार के लिए अभियान चलाया है. इस साल विश्व पर्यावरण दिवस पर देशाउली फाउंडेशन चाईबासा में स्वच्छता अभियान चलायेगा.
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