मनोहरपुर. सारंडा के तिरिलपोसी जंगल में घायल हाथी की इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गयी. शुक्रवार को जराइकेला स्थित समता वन क्षेत्र कार्यालय में पशु चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. इसके बाद शव को वन कर्मियों ने दफना दिया. दरअसल, पैर में घाव वाले जगह पर मांस गलने, हड्डियां टूटने और अत्यधिक रक्तस्राव से हाथी की मौत हुई. चिकित्सकों ने कहा कि हाथी की स्थिति बीते शनिवार को मारे गये हाथी से भी गंभीर थी. इस हाथी के पैर की तीन मुख्य हड्डियां टूट गयी थीं. पैर में इंफेक्शन फैल गया था. हाथी को बेहोश कर इलाज किया जा रहा था. हाथी को बेहोश करने के घंटे भर में मौत हो गयी. पोस्टमार्टम करने वाली टीम ने अग्रेतर जांच के लिए बिसरा संग्रह किया है.
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