कुमारडुंगी.कुमारडुंगी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बांकधर में शुक्रवार को छात्रों के अभिभावकों की बैठक हुई. बैठक में शिक्षक हरीश चंद्र नायक पर अभिभावक ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक बच्चे से उठक-बैठक कराने पर उसकी तबीयत बिगड़ गयी. साथ ही अभिभावकों ने बच्चों के साथ मारपीट, स्कूल से भगाने और शैक्षणिक कार्यों में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है.
बच्चे पर 17 हजार का टेबल तोड़ने का लगाया आरोप
अभिभावक सर्वेश्वर नायक ने आरोप लगाया कि शिक्षक ने 29 मार्च को उनके नाती लोकनाथ नायक उर्फ राज के साथ मारपीट की और उस पर 17 हजार रुपये की टेबल तोड़ने का आरोप लगाया. इसके बाद शिक्षक ने उसे विद्यालय से यह कहते हुए भगा दिया कि उसका नामांकन नहीं हुआ है, जबकि उसका जल्द ही नामांकन होने वाला था.
निजी कार्यों में व्यस्त रहते हैं शिक्षक : अभिभावक
घटना की जानकारी मिलने पर जब अभिभावक ने शिक्षक से संपर्क किया तो उन्होंने कथित रूप से धमकी दी. अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में पढ़ाई नहीं होती, शिक्षक कागजी कार्य का बहाना बनाकर नेटवर्किंग जैसे निजी कार्यों में व्यस्त रहते हैं. इसके कारण बच्चे स्कूल के बजाय जंगलों में भटकते रहते हैं. कई अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है. सर्वेक्षण के दौरान अभिभावकों ने बताया कि जिस टेबल को तोड़ने का आरोप लगाया गया, उसमें सिर्फ स्क्रू ढीला था. साथ ही, विद्यालय में सिर्फ मध्याह्न भोजन के लिए बच्चों को बुलाया जाता है, जिसकी गुणवत्ता भी ठीक नहीं है.
शिक्षक ने आरोपों को किया खारिज
विद्यालय के प्रधानाध्यापक हरीश चंद्र नायक ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा, जिस बच्चे को मारने का आरोप लगाया जा रहा है, वह विद्यालय में नामांकित ही नहीं है. वह पिछले एक वर्ष से विद्यालय परिसर में उत्पात मचा रहा है. घटना के दिन उसने महंगी टेबल तोड़ दी थी, जिसके बाद उसे सजा दी गयी. भविष्य में गैर-नामांकित बच्चों के प्रवेश पर सख्त मनाही रहेगी.
आरोप सही पाये जाने पर होगी कार्रवाई: शिक्षा विभाग
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