डुमरिया. डुमरिया प्रखंड में बाकुलचंदा व कुंडालका के बीच बहने वाली बरसाती नदी का पानी खेतों तक पहुंचाने के लिए बाकोलचंदा, धीरीघुटु व आरापाही के किसान श्रमदान कर कच्चा चेकडैम बना रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 1948 से हर साल चेकडैम बना रहे हैं. यहां का पानी कई किमी दूर हरियाबेड़ा तक जाता है. सिंचाई नाला कच्चा है. यहां 2016-17 में लाखों रुपये खर्च कर पक्का चेकडैम बना था, जो 2018 में आधा हिस्सा बह गया. इसके अवशेष अब भी हैं. ग्रामीणों ने विधायक व सांसद से मांग की है कि यहां सुदृढ़ चेकडैम व पक्का नाला निर्माण कराया जाये. इससे सैकड़ों किसान को लाभ मिलेगा. श्रमदान करने वालों में बाकुलचंदा के ग्राम प्रधान सुनाराम टुडू, गारदी बोयपाइ, पूर्व पंसस मधुसूदन बिरुआ, ऋतिका सुरीन, प्रतिमा पूर्ति, गौरी सुरीन, माइनो टुडू, दुर्गा सुंडी, दुरमु बिरुली, गोमिया बिरुली, गोपी बिरुली, फकीर किस्कू, मानिक बोयपाइ, रघुनाथ किस्कू आदि उपस्थित थे.
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