घाटशिला. बेटे की ओर से डाकघर में जमा राशि निकालने के लिए वृद्ध मां को चार साल का इंतजार करना पड़ा. दरअसल, बेटे की बीमारी से निधन हो गया था. झाड़ग्राम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) की सचिव सह न्यायाधीश सुक्ति सरकार से शिकायत की. प्री-लिटिगेशन मामला दायर होते ही वृद्धा को पूरा पैसा मिल गया. मामला झाड़ग्राम के बेलियाबेड़ा थाना क्षेत्र के बेलडीही गांव का है. गांव के रॉबिन सिंह का 2021 में बीमारी के कारण निधन हो गया. रॉबिन ने तपसिया उप डाकघर में 20 हजार रुपये दो साल की अवधि वाली सावधि जमा किया था. उनके सेविंग्स अकाउंट में भी पैसे थे. उनकी 70 साल की मां बनलता सिंह ने पैसा के लिए क्लेम किया. वह नामांकित (नॉमिनी) नहीं थीं. आरोप है कि डाकघर के अधिकारी उन्हें तरह-तरह के बहाने देकर टालते रहे. जनवरी, 2025 में बेलियाबेड़ा ब्लॉक की अधिकार मित्र रीता दास दत्ता को जानकारी मिली. उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के हस्तक्षेप से बनलता सिंह के सभी जरूरी दस्तावेज जुटाकर फरवरी में तपसिया उप डाकघर में जमा किया. इसके बावजूद समाधान नहीं होने पर सचिव व न्यायाधीश सुक्ति सरकार को लिखित आवेदन दिया. आवेदन के आधार पर जज ने एक प्री-लिटिगेशन केस दर्ज किया. डाकघर के पोस्ट मास्टर को नोटिस भेजकर तलब किया. पहले ही सुनवाई में डाकघर अधिकारियों ने कुछ समय मांगा. दूसरी सुनवाई से पहले डाकघर ने बनलता को बुलाकर सारा पैसा (कुल 35,186 रुपये) लौटा दिया.
संबंधित खबर
और खबरें