घाटशिला. टाटानगर-खड़गपुर मेमू पैसेंजर (58021/58022) का ब्रेक फेल होने से चक्का से चिंगारी व धुआं उठने लगा. ट्रेन के एक हिस्से में हल्की आग फैल गयी. इससे यात्रियों में अफरातफरी मच गयी. कई यात्री चलती ट्रेन से कूदने के प्रयास करने लगे. वहीं महिलाएं व बुजुर्ग इधर-उधर भागने के साथ चीखने-चिल्लाने लगे. हालांकि, चालक व सहायक कर्मियों की सूझबूझ से बड़ी घटना टल गयी. घटना शनिवार सुबह करीब 10:40 बजे घाटशिला स्टेशन के पास हुई. ट्रेन रुकने पर रेल कर्मियों ने खराबी को ठीक किया. ट्रेन को लगभग 20 मिनट बाद रवाना किया गया.
यात्रियों ने किया हंगामा, रेल कर्मियों पर लापरवाही का आरोप
रेल कर्मियों के काफी प्रयास के बाद ट्रेन रोका जा सका. रेल कर्मियों ने अग्निशमन सिलेंडर से हल्की आग को बुझाया. वहीं, ट्रेन रुकते ही आक्रोशित यात्रियों ने घाटशिला स्टेशन पर रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. यात्रियों ने आरोप लगाया कि ट्रेन की नियमित जांच व रख रखाव में लापरवाही से यह स्थिति हुई है.
चक्का व ब्रेक बाइंडिंग में घर्षण से लगी आग
जानकारी के अनुसार, टाटानगर-खड़गपुर मेमू यात्रियों से भरी थी. टाटानगर से घाटशिला स्टेशन के पास पहुंचते ही चालक ने ब्रेक लगाया, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण ब्रेक नहीं लगा. ऐसे में चक्का व ब्रेक बाइंडिंग में घर्षण से चिंगारी व धुआं उठने लगा. चालक की तत्परता और बार-बार का प्रयास विफल हो रहा था. चालक और सहायक कर्मचारियों ने ट्रेन को किसी तरह प्लेटफॉर्म के अंतिम हिस्से में रोकने में सफलता पायी.
हल्की तकनीकी खराबी आयी थी : स्टेशन प्रबंधक
इस संबंध में घाटशिला स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि ऐसा कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. केवल हल्की तकनीकी खराबी आयी थी, जिसे तुरंत ठीक कर लिया गया. हालांकि, रेल प्रबंधन बार-बार एनाउंस कर रहा था कि घबरायें नहीं ब्रेक बाइडिंग के कारण आग नहीं लगी, सिर्फ धुआं उठा है. ट्रेन 15 मिनट से ज्यादा समय तक रुकेगी.
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाएं देना रेलवे की प्राथमिकता : एडीआरएम
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