मिल्लत कॉलेज, परसा में शुक्रवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) 2020 पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को एनइपी 2020 में हुए हालिया परिवर्तनों और नयी शिक्षा व्यवस्था की जानकारी देना था. कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. तुषार कांत ने की, जबकि संचालन कॉमर्स विभागाध्यक्ष प्रो. विकास मुंडा द्वारा किया गया. कार्यशाला के मुख्य वक्ता अंग्रेजी विभागाध्यक्ष सह एनइपी नोडल ऑफिसर प्रो. अशरफ करीम ने कहा कि एनइपी 2020 अब ड्राफ्ट से रेगुलेशन में परिवर्तित हो चुकी है. इसके तहत छात्रों को मल्टीपल एंट्री व एग्जिट, वोकेशनल कोर्स, भारतीय ज्ञान परंपरा, इंटरडिसिप्लिनरी स्टडी, इंटर्नशिप, अपरेंटिसशिप जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. उन्होंने बताया कि अब छात्र 1 वर्ष (2 सेमेस्टर) पूर्ण कर सर्टिफिकेट डिग्री, 2 वर्ष (4 सेमेस्टर) कर डिप्लोमा डिग्री, 3 वर्ष (6 सेमेस्टर) कर स्नातक डिग्री, 4 वर्ष (8 सेमेस्टर) कर ऑनर्स डिग्री/ऑनर्स विथ रिसर्च/पीजी डिप्लोमा प्राप्त कर सकते हैं. इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. अभिमन्यु कुमार ने सेमेस्टर वाइज क्रेडिट प्रणाली को विस्तार से समझाया. उन्होंने बताया कि क्रेडिट आधारित शिक्षा पद्धति छात्रों को अधिक लचीलापन एवं वैकल्पिक विषयों की सुविधा प्रदान करती है. प्राचार्य डॉ. तुषार कांत ने एनइपी की प्रमुख शब्दावलियों को सरल भाषा में परिभाषित करते हुए छात्रों को इसकी विस्तृत रूप से जानकारी दी. कार्यक्रम के अंत में राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मोहम्मद जावेद ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया. इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं शिक्षकेतर कर्मी मोहम्मद नदीम, मोहम्मद अब्दुल्ला सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
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