राजमहल कोल परियोजना के लौहंडिया पुनर्वास स्थल पर चार जून को बड़ा भोराय गांव के ग्रामीणों द्वारा भव्य चरक मेला का आयोजन किया जाएगा. मुखिया प्रतिनिधि संझला हांसदा ने बताया कि 30 मई से मेला की तैयारी शुरू कर दी गयी है. मेला को आकर्षक बनाने के लिए समिति के सदस्य सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं. मेला में आदिवासी की संस्कृति दिखाई पड़ेगी. आदिवासी समुदाय के गुरु बाबा अपनी शक्ति का परीक्षण करेंगे एवं आदिवासी समुदाय के ग्रामीणों द्वारा आदिवासी नृत्य एवं लंगड़े नाच का भी आयोजन होगा. चार जून को आदिवासी समाज के मशहूर सिंगर राजीव बास्की द्वारा कार्यक्रम किया जाएगा. मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि मेला में दूर-दराज के हजारों ग्रामीण की पहुंचने की संभावना है. इसलिए मेला समिति के सदस्य जिम्मेवारी के साथ कार्य कर रहे हैं, ताकि मेला में पहुंचने वाले अतिथि को किसी भी तरह का परेशानी नहीं हो. उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष सफलतापूर्वक समिति सदस्य के सहयोग से मेला संपन्न होता रहा है. विश्वास है कि इस बार भी सभी के सहयोग से शांतिपूर्वक मेला संपन्न होगा.
संबंधित खबर
और खबरें