योजना में व्यापक गड़बड़ी की मिल रही थी शिकायतें, सांसद की पहल पर पहुंची है टीमसुंदरपहाड़ी के कई गांवों में सोलर जलमीनार लगने के साथ ही हो गयी थी बंद
संवाददाता, गोड्डा /बोआरीजोरगोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे की पहल पर जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल-जल योजना की जांच की गयी. व्यापक गडबड़ी की शिकायत को लेकर केंद्रीय जांच दल गोड्डा पहुंचकर जांच में लगा है. केंद्रीय जांच दल विभागीय सचिव के निर्देश पर जांच करने पहुंचा है. टीम में तीन सदस्य शामिल हैं. इसमें अतुल कुमार द्विवेदी, सोहनलाल सालवी व रमेश चंद्र मिश्रा हैं. सदस्यों ने बोआरीजोर प्रखंड की मेघी पंचायत के पहाड़ी क्षेत्र में आदिवासी व पहाड़िया के बीच पेयजल की स्थिति का जायजा लिया गया. पंचायत के वर्गभीठा में टीम के सदस्यों ने बोरिंग के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जांच की. सदस्यों ने दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्या को सुना. बताया गया कि पहाड़ पर रहनेवाले लोगों को पानी की सुविधा के लिए नल के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है. ग्रामीणों को झरने का पानी नहीं पीना पड़े. इस बात के लिए ही नल के माध्यम से पानी दिया जा रहा है. सरकार ऐसे लोगों को सुविधा देने की कोशिश कर रही है. ताकि जल स्वच्छता मिशन के तहत पीने के साफ पानी की व्यवस्था हो पाये. पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार शर्मा, जेइ आदित्य कुमार, मुखिया मनोज कुमार भी टीम का सहयोग कर रहे थे.
जिले में करीब 12 सौ करोड़ की लागत से चल रहा है काम
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