गोड्डा जिला मुख्यालय में किसानों से सीधे धान खरीदने वाले व्यापारियों ने अवैध उगाही का आरोप लगाते हुए विरोध जताया है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार को जीएसटी चुकाने के बावजूद उन्हें धमकाया और परेशान किया जा रहा है. आरोप है कि हाल ही में व्यापारियों को जेल भेजने की धमकी देकर उनसे अवैध वसूली की जा रही है, जिससे उनके बीच भय का माहौल है. धान व्यापारियों ने अधिकारी पर दो-तीन व्यापारियों से राशि की उगाही करने का भी आरोप लगाया है. कहा कि उनके वाहन को जबरन पकड़ लिया गया है. उन्हें थाने ले जाने की धमकी दी गयी. इससे बचने के लिए व्यापारियों ने 15 से 20 हजार रुपये तक दिये, जिसके बाद उनके धान लदे वाहन को छोड़ा गया. पथरगामा के अनिश कुमार भगत ने 20 हजार रुपये अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए कहा कि, विभाग के ही किसी संजय को उन्होंने यह रकम दी, तब जाकर उनके वाहन को छोड़ा गया है. वहीं संतोष कुमार भगत जिनको पुलिस की हिरासत में रखा गया हैं एक वाहन से 5 हजार रूपये शनिवार को दिन में लिया गया है् जबकि दूसरे वाहन से जब रात में धान की ढुलायी की जा रही थी तब भी पैसे की मांग की जा रही थी जिसको देने में संतोष ने इंकार कर दिया तब जाकर संतोष को हिरासत में लेकर मुफस्सिल थाना परिसर में रखा गया है. हालांकि खबर लिखे जाने तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं किया गया था. लेकिन इस मामले में धान व्यापारियों में खासा अक्रोश है. पूरे मामले को लेकर धान व्यापारी एकजुट होने लगे हैं तथा धान व्यापारियों में जिला प्रशासन के खिलाफ अक्रोश बन रहा है. बताया कि पूरे मामले की शिकायत डीसी, एसडीओ आदि से आज की जायेगी. जिले के मंत्री व विधायक को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है.
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