हूल दिवस के अवसर पर प्रखंड के देवीपुर पंचायत स्थित सुंदर डैम मैदान में एक दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया. प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में एफसी धरती बागान की टीम ने कड़े संघर्ष के बाद एफसी डोरमा को 1-0 से हराकर विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया. विजेता टीम एफसी धरती बागान को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के क्षेत्रीय अध्यक्ष ताला बाबू हांसदा द्वारा ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. उपविजेता एफसी डोरमा टीम को पंचायत की मुखिया रेजिना सोरेन ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिथियों ने वीर शहीद सिदो-कान्हू को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साहस व बलिदान को याद किया. वक्ताओं ने बताया कि 30 जून 1855 को सिदो-कान्हू के नेतृत्व में हुल क्रांति का बिगुल फूंका गया था, जिसने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी. उन्होंने पारंपरिक हथियार तीर-धनुष से लड़कर आदिवासी समाज को एकजुट कर संघर्ष का मार्ग दिखाया. अतिथियों ने कहा कि खेलकूद न केवल शारीरिक विकास का माध्यम है, बल्कि यह क्षेत्रीय पहचान भी बनाता है. पढ़ाई के साथ-साथ युवाओं को खेलों में भी भाग लेना चाहिए ताकि वे अपने जीवन में अनुशासन, नेतृत्व और आत्मविश्वास विकसित कर सकें. इस अवसर पर जर्मन बास्की, गोपिंदर टुडू, जगदीश साह, मनोज हांसदा, सिकंदर अंसारी, नरेश मुर्मू, नवीन सेन, जीवन सेन सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति एवं खेल प्रेमी उपस्थित थे.
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