पथरगामा प्रखंड के सोनारचक पंचायत अंतर्गत बाबूपुर मोड़ के समीप गोड्डा-पथरगामा मुख्य सड़क किनारे स्थित एक सूखा शीशम का पेड़ स्थानीय निवासियों और राहगीरों के लिए लगातार खतरे का कारण बना हुआ है. यह सूखा पेड़ ग्रामीण मेनन सिंह के घर के ठीक सामने स्थित है, जिसकी स्थिति अब इतनी जर्जर हो चुकी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. ग्रामीण मेनन सिंह ने बताया कि सूखे पेड़ की टहनियां कई बार टूटकर गिर चुकी हैं, जिससे घर के बाहर खड़ी गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गयी है और राहगीरों को भी चोटें आयी है. उन्होंने छह माह पूर्व पथरगामा अंचल अधिकारी और तीन माह पूर्व गोड्डा के डीएफओ को लिखित आवेदन देकर पेड़ हटवाने की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. मेनन सिंह ने बताया कि डीएफओ के निर्देश पर वन विभाग के कर्मी संजय हांसदा मौके पर पहुंचे थे और सूखे पेड़ की तस्वीरें लेकर चले गये थे, लेकिन उसके बाद से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई. अब यह पेड़ किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्तमान में बारिश का मौसम चल रहा है, जिससे जमीन की मिट्टी नरम हो गयी है. ऐसे में सूखा और कमजोर पेड़ कभी भी गिर सकता है, जिससे जान-माल की भारी क्षति हो सकती है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से मांग की है कि शीघ्र इस पेड़ को हटाया जाए, ताकि संभावित खतरे से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गयी तो वे मजबूर होकर इस मुद्दे पर आंदोलन करेंगे. विभागीय उदासीनता के कारण जनता की सुरक्षा खतरे में है.
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