मानसून की सक्रियता के बीच गोड्डा में हो रही लगातार तेज बारिश ने रेलवे प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल दी है. बुधवार सुबह गोड्डा रेलवे स्टेशन की लगभग 100 फीट लंबी बाउंड्रीवॉल ढह गयी. दीवार गिरने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गयी. स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दीवार के निर्माण के दौरान पाइलिंग का कार्य नहीं किया गया था. केवल सतही स्तर पर दीवार खड़ी कर दी गयी थी, जिससे भारी बारिश के पानी के दबाव को वह सहन नहीं कर सकी और ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गयी. जिस ओर दीवार गिरी है, उस ओर धान की खेती होती है. वहां अक्सर पानी जमा रहता है. ग्रामीणों ने पूर्व में ही आशंका जतायी थी कि बिना मजबूत नींव के दीवार लंबे समय तक नहीं टिक पाएगी, लेकिन उस चेतावनी को नजरअंदाज कर निर्माण कार्य करवा दिया गया. बाउंड्रीवॉल के गिरने से यह स्पष्ट हो गया है कि निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा गंभीर लापरवाही बरती गयी थी. रेलवे प्रशासन द्वारा बिना गुणवत्ता जांच के ऐसे निर्माण को पास कर देना भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है.
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