हंसडीहा स्टेशन पर कार्यरत चतुर्थ वर्गीय कर्मी ने मानसिक तनाव में आकर खुदकुशी की कोशिश की है. हालांकि कर्मी की बाल-बाल जान बच गयी. घरवालों ने किसी तरह जान बचाकर गोड्डा सदर अस्पताल मेें भर्ती करा दिया है, जहां गेटकीपर का उपचार कराया जा रहा है. गेटकीपर की हालत अभी ठीक हैं. जानकारी के अनुसार गेटकीपर शंकर कुमार राम हंसडीहा स्टेशन पर गेटकीपर के पद पर कार्यरत है. बुधवार की शाम ड्यूटी में जाने से पहले मानसिक तनाव में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. इस बीच अचानक उनकी बेटी की नजर पड़ी और उसने चिल्लाया, तो बाकी लोग दौड़कर आये और लोगों की मदद से उन्हें बचाया गया. परिजनों ने बेहोशी की हालत में आनन-फानन में इलाज के लिए गोड्डा के सदर अस्पताल लाये, जहां डॉक्टर ने इलाज किया. घटना को लेकर घायल व्यक्ति की पत्नी ने बताया की उनके पति रेलवे में गेटकीपर के पद पर कार्यरत हैं और दूसरा एक स्टाफ अनिकबद देवनाथ गेटकीपर ही है, उससे पैसे को लेकर विवाद चल रहा था. इसी बातों से तनाव में आकर उन्होंने ऐसी घटना को अंजाम दिया. महिला ने बताया कि उनका मायके गोड्डा के भद्राय में है और घटना को सुनकर सभी घरवाले सदर अस्पताल आ गये हैं. पीडित को दो बच्चे है और वो लोग पिछले आठ वर्षों से हंसडीहा में ही क्वार्टर में रह रहे हैं. खैर जान बच जाने से परिजनों ने राहत की सांस ली है.
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