रांची. झारखंड हाइकोर्ट ने भड़काऊ भाषण देने के एक मामले में दुमका की एमपी-एमएलए विशेष अदालत में चल रहे क्रिमिनल केस को निरस्त करने की याचिका पर सुनवाई की. अदालत ने प्रार्थी और सरकार का पक्ष सुनने के बाद राज्य सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया. अब अगली सुनवाई तीन सप्ताह बाद होगी. प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता प्रशांत पल्लव और पार्थ जालान ने अदालत को बताया कि सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ लगाये गये आरोप निराधार हैं. प्राथमिकी में यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने किसके खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया. देवघर के कुंदा थाना में कांड संख्या-89/2019 के तहत दर्ज प्राथमिकी में उन पर 15 मई 2019 को कुंदा हवाई अड्डे के निकट एक चुनावी कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. दुमका की एमपी-एमएलए विशेष अदालत में मामले की सुनवाई जारी है, और सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. अदालत ने इस मामले में संज्ञान ले लिया है.
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