बड़कागांव वन क्षेत्र के विभिन्न जंगलों के निकट कोयले का अवैध उत्खनन जोरों पर हो रहा है, जिससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है.
By PRAVEEN | May 24, 2025 8:55 PM
बड़कागांव. बड़कागांव वन क्षेत्र के विभिन्न जंगलों के निकट कोयले का अवैध उत्खनन जोरों पर हो रहा है, जिससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है. कोयला माफिया मालामाल हो रहे हैं. गत वर्ष वन विभाग द्वारा अवैध खदानों को जेसीबी की मदद से भरा गया था, लेकिन माफिया नयी खदानें बना लेते हैं. कोयले के उत्खनन से पेड़-पौधे और वन्य जीव नष्ट हो रहे हैं. बड़कागांव के लौकरा चंदौल खदान से खुलेआम कोयला निकाला जा रहा है.
बैलगाड़ी व ट्रैक्टर से हो रही कोयले की ढुलाई
जनवरी में दो मजदूरों की मौत हुई थी
बड़कागांव वन क्षेत्र के लुरंगा गांव में 19 जनवरी 2025 को अवैध कोयला खदान में चाल धंसने से दो मजदूरों की मौत हो गयी थी. मृतकों में राहुल कुमार और रवि कुमार शामिल थे. लुरंगा में 30 से अधिक अवैध कोयला खदानें हैं, जो बड़कागांव थाना क्षेत्र के उरीमारी ओपी क्षेत्र में आती हैं. इन खदानों से चुरचू, चरही, गिद्दी, रामगढ़ होते हुए ट्रैक्टर व ट्रकों से कोयला बाहर भेजा जाता है.
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